Tata Motors : टाटा मोटर्स में अब कर्मचारियों के बाद अधिकारियों पर वीआरएस की तलवार
टाटा मोटर्स में कर्मचारियों के बाद वहां के अधिकारियों पर वोलंटरी रिटायरमेंट स्कीम वीआरएस की तलवार लटकी हुई है। पिछले 27 दिसंबर से यहां वीआरएस जारी है जो कंपनी के कर्मचारियों व अधिकारियों दोनों के लिए प्रभावी है।
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स में कर्मचारियों के बाद वहां के अधिकारियों पर वोलंटरी रिटायरमेंट स्कीम वीआरएस की तलवार लटकी हुई है। पिछले 27 दिसंबर से यहां वीआरएस जारी है, जो कंपनी के कर्मचारियों व अधिकारियों दोनों के लिए प्रभावी है। कंपनी के करीब 120 कर्मचारी अपनी स्वेच्छा से स्कीम का लाभ उठा पाएं है जो लक्ष्य से करीब है। इसके बावजूद ऐसे कई कर्मचारी हैं जो किसी कारणवश लंबे अवकाश में है, और फिलहाल इधर ड्यूटी नहीं आ रहे हैं। ज्यादा दिनों तक ड्यूटी में अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों के लिए यह स्कीम वरदान साबित हो रहा है। कारण कि ड्यूटी नहीं करते से कुछ हासिल नहीं हो पाता है, वहीं स्कीम में शामिल होने के बाद प्रतिमाह एक मुश्त राशि मिलना वैसे कर्मचारियों के लिए फायदेमंद रहेगा।
रडार पर कर्मचारी से सुपरवाइजर बनने वाले
कंपनी में कर्मचारी से सुपरवाइजर (अधिकारी) बने लोगों पर प्रबंधन की नजर है। जिनका प्रदर्शन बेहतर नहीं है, वैसे लोग रडार पर हैं। ऐसे कई अधिकारी स्वयं वीआरएस देकर कंपनी से चलते बने हैं। वहीं जिन अधिकारियों की नौकरी दो साल से कम है, वे भी वीआरएस में शामिल होने की योजना बना रहे हैं। वहीं अभी तक जितने लोगों ने वीआरएस के लिए आवदेन दिया है उसमें सर्वाधिक संख्या 55 से 60 साल के बीच वाले ही शामिल है। कर्मचारियों के अंदर यह धर गया है कि फिर ऐसी योजना कब आएगी, नहीं आएगी ऐसे में इसका लाभ लेना श्रेयस्कर होगा। इसी सोंच के साथ कंपनी व अधिकारी स्वयं वीआरएस के लिए आवेदन दे रहे हैं। आगामी नौ जनवरी तक वीआरएस में शामिल होने की तिथि मुकर्रर हुई है।