जमशेदपुर के वत्सल सिंघानिया का परचम,एशियन यूथ चेस में जीता गोल्ड
chess. जमशेदपुर के साकची आमबगान निवासी अनिल सिंघानिया के पुत्र वत्सल सिंघानिया ने श्रीलंका में आयोजित एशियन यूथ चेस चैंपियनशिप में टीम इवेंट में गोल्ड मेडल जीता है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। शहर की एक और खेल प्रतिभा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मेधा का डंका बजाया है। साकची आमबगान निवासी अनिल सिंघानिया के पुत्र वत्सल सिंघानिया ने श्रीलंका में आयोजित एशियन यूथ चेस चैंपियनशिप में टीम इवेंट में गोल्ड मेडल जीता है। यह गोल्ड उसे अंडर 18 कैटगरी टीम इवेंट में मिला है जिसमें कोलकाता के मित्रभा गुहा, महाराष्ट्र के कृष्णाकर कुषागर के अलावा जमशेदपुर का वत्सल भी शामिल था।
कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीते मेडल
वत्सल की स्कूलिंग सोनारी स्थित कार्मेल जूनियर से हुई। वह सात साल की उम्र से ही शतरंज खेल रहा है और अबतक कई राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीत चुका है। पिछले वर्ष थाइलैंड में आयोजित एशियन चेस चैंपियनशिप में वत्सल ने व्यक्तिगत स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स 2017 में उसने टीम इवेंट में गोल्ड व व्यक्तिगत में सिल्वर मेडल जीता। 2018 में आयोजित नेशनल सीबीएसई स्पोट्र्स में उसने चेस में गोल्ड हासिल किया।
चेन्नई में गैंडमास्टर आरवी रमेश से ले रहा प्रशिक्षण
नौवीं तक कार्मेल जूनियर कॉलेज में पढ़ाई करने के बाद वत्सल ने दसवीं की पढ़ाई चेन्नई से की और इस बार दसवीं बोर्ड की परीक्षा दी है। वहां वह अपनी मां के साथ रहते हुए ग्रैंड मास्टर आरवी रमेश की एकेडमी में प्रशिक्षण ले रहा है। दूरभाष पर बातचीत में उसकी मां ने बताया कि वत्सल की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में लगातार सुधार हो रहा है। फिलहाल उसकी अंतरराष्ट्रीय रेटिंग 2150 थी जो अब 2184 हो जाएगी।