जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में प्रसूता की मौत पर हंगामा, इलाज में कोताही का आरोप
जमशेदपुर के महात्मा गांधी मेमोरियल कॉलेज एवं अस्पताल में हंगामा हुआ। आए दिन हंगामे के लिए सुर्खियों में रहने वाले एमजीएम अस्पताल में ताजा हंगामा की वजह एक प्रसूता की मौत बताई जा रही है। प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया।
जमशेदपुर, जासं। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार को एक प्रसूता की मौत होने के बाद उसके स्वजनों ने डाक्टर व एमजीएम प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला को शांत कराया। तब तक भाजपा नेता विकास सिंह सहित अन्य लोगो भी पहुंचकर उचित कार्रवाई की मांग करने लगे।
आजादनगर निवासी सह भाजपा आजादनगर के पूर्व मंडल अध्यक्ष मो. निसार की भाभी नसीमा खातून का सोमवार की सुबह सर्जरी से प्रसव हुआ। इसके बाद उन्हें लेबर रूम में ही रखा गया था। शाम सात बजे उनकी तबीयत अचानक से बिगड़ने लगी। इसके बाद स्वजनों ने दूसरे अस्पताल रेफर करने को कहा लेकिन वहां कोई सीनियर डाक्टर नहीं होने की वजह से रेफर नहीं किया जा सका और प्रसूता की मौत हो गई। स्वजनों ने कहा कि सुबह में जब प्रसव हुआ तो महिला की स्थिति सामान्य थी। उसने बातचीत भी की। इसके बाद घर में खुशी मनने लगी। गाना-बजाना शुरू हो गया। लेकिन शाम होते-होते महिला की स्थिति गंभीर हो गई। उसे सही ढंग से इलाज नहीं मिल पाया जिसके कारण उसकी मौत हो गई। प्रसव होने के बाद सुबह में अस्पताल में मिठाई का भी वितरण किया गया था।
ये कहते अस्पताल के उपाधीक्षक
वहीं, एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डा. नकुल प्रसाद चौधरी का कहना है कि मृतक के स्वजनों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की जांच होगी। शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, ताकि पता चल सके कि मौत किस कारण से हुई है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।