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यहां शुरू हुई भूख के खिलाफ अनोखी जंग, जानिए क्या है तैयारी

battle against hunger. जमशेदपुर में भूख के खिलाफ अनोखी जंग शुरू हुई है। निजी स्कूलों के विद्यार्थी सप्ताह में एक दिन दो अतिरिक्त रोटियां लेकर आएंगे और उसे जरूरतमंदों में बांटा जाएगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 12:26 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 06:39 PM (IST)
यहां शुरू हुई भूख के खिलाफ अनोखी जंग, जानिए क्या है तैयारी
यहां शुरू हुई भूख के खिलाफ अनोखी जंग, जानिए क्या है तैयारी

जमशेदपुर, जेएनएन। सब मिलकर थोड़ी-थोड़ी मदद करें तो बड़े से बड़ा काम आसान हो सकता है। किसी एक पर ज्यादा बोझ भी नहीं पड़ेगा और जरूरतमंद की मदद भी हो जाएगी। कुछ ऐसी ही सोच के साथ पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में एक नया अभियान शुरू किया गया है। यह पहल सामाजिक संस्था हेल्पिंग हर्ट फाउंडेशन व निजी स्कूलों ने मिलकर शुरू की है। मकसद, कोई भूखा न रहे। इसके तहत स्कूलों के बच्चों को सप्ताह में सिर्फ एक दिन दो-दो रोटी अल्युमीनियम फॉयल में लपेटकर लानी होगी। इन रोटियों को स्कूल के आसपास रहनेवाले अत्यंत गरीब उन लोगों को बांटा जाएगा जिन्हें कई बार भूखे ही रह जाना पड़ता है।

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इस तरह भरेगा भूखों का पेट

इस पहल के तहत सप्ताह में किसी एक निश्चित दिन स्कूल के सभी बच्चे अपने घर से टिफिन के अलावा दो-दो रोटियां अतिरिक्त लेकर आएंगे। ये रोटियां एक अल्‍युमीनियम फॉयल में लिपटी रहेंगी ताकि किसी तरह की धूल आदि न पड़े। स्कूल से इन रोटियों को एकत्रित करने और उन्हें लेकर जरूरतमंदों के बीच बांटने का काम हेल्पिंग हर्ट फाउंडेशन के सदस्य करेंगे। फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अशोक घोष की ओर से यह आश्वासन स्कूलों को दिया गया है।

अलग-अलग दिन के हिसाब से स्कूलों का निर्धारण

जिम्मेदारियों का बंटवारा कुछ इस तरह किया गया है कि किसी एक बच्चे या किसी एक स्कूल पर बोझ न पड़े और सहज तरीके से इस अभियान का संचालित किया जा सके। निश्चित संख्या में स्कूलों को अलग-अलग दिन के लिए यह जिम्मा सौंपा गया है। जैसे कदमा स्थित डीबीएमएस स्कूल ने दो-दो रोटियां लाने की अपेक्षा के साथ अभिभावकों को पत्र जारी किया है तो सेक्रेड हार्ट कान्वेंट की ओर से यह अपील की गई है। इस तरह सप्ताह के सभी दिन रोटियों को एकत्रित कर जरूरतमंदों के बीच बांटने की व्यवस्था की जा सकेगी।

पहले से जमशेदपुर में काम कर रहा रोटी बैंक

फुटपाथ पर गुजर-बसर करनेवाला भूखे पेट नहीं सोए, इस मकसद से जमशेदपुर में पहले से रोटी बैंक भी काम कर रहा है। संस्‍था से जुडे़ सदस्य घर-घर जाकर रोटी-सब्‍जी जमा करते हैं और उसे रात में घूमकर फुटपाथ पर भूखे सो रहे लोगों के बीच बांटते हैं। संस्‍था को इच्‍छुक लोग मदद करते हैं। ऐसे लोगों की सूची है जो नियमित रोटी-सब्जी घर में तैयार कर मुहैया कराते हैं।

पार्टी में बचा खाना इकट़ठा कर बांटने की मुहिम

जमशेदपुर में पार्टियों में बचा खाना इकट़ठा कर जरूरतमंदों के बीच बांटने की मुहिम भी चल रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से इस मुहिम की शुरुआत हुई लोगों से अपील की गई कि पार्टी में बचा खाना फेंकने की बजाय संस्‍था को सूचित करें। संस्‍था के सदस्य उसे लेकर जरूरतमंदों के बीच बांटेंगे। इससे अन्न की बर्बादी भी नहीं होगी और भूखों का पेट भी भरेगा। यह मुहिम धीरे-धीरे रंग लाने लगी। 

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