कमिंस में ड्यूटी बजा रहे यूनियन के नेता, लाइन हाजिर हुए विरोधी नेता Jamshedpur News
टाटा कमिंस में यूनियन नेताओं को अब आठ घंटे ड्यूटी बजानी पड़ रही है। इन्हें एक बार कंपनी में इंट्री के बाद ड्यूटी खत्म होने के बाद ही बाहर निकलने को मिल रहा है। हालांकि इस बीच अगर कोई आवश्यक कार्य हुआ तो इसके लिए डिविजन...
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) । टाटा कमिंस में यूनियन नेताओं को अब आठ घंटे ड्यूटी बजानी पड़ रही है। इन्हें एक बार कंपनी में इंट्री के बाद ड्यूटी खत्म होने के बाद ही बाहर निकलने को मिल रहा है। हालांकि इस बीच अगर कोई आवश्यक कार्य हुआ तो इसके लिए डिवीजन प्रमुख का आदेश लेकर बाहर निकल सकते हैं। लेकिन ये नियम अब तक नहीं थे। जिससे यूनियन के नेता टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की तरह कंपनी में आना-जाना करते थे। यूनियन पदाधिकारियों को तो ड्यूटी भी नहीं करनी पड़ती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है। स्व. राजेंद्र प्रसाद के समय में ही स्टीयरिंग कमेटी का गठन हो गया।
फिर उनके निधन के तुरंत बाद नेताओं पर कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है। स्टीयरिंग कमेटी के गठन के समय तय हुआ था कि कर्मचारियों का लंबित ग्रेड रिवीजन के बाद ही यूनियन का चुनाव होगा तथा पदाधिकारियों का चुनाव कर लिया जाएगा। उस समय यूनियन महामंत्री पद को लेकर आपसी विवाद चरम पर था। ऐसे में स्व. राजेंद्र सिंह ने विवाद समाप्त करते हुए बीच का रास्ता अख्तियार किया था। महामंत्री पद का विवाद तो थम गया लेकिन राजेंद्र सिंह के निधन के साथ ही संगठन कमजोर हो गया। प्रबंधन यूनियन नेताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी। प्रबंधन का विरोध करने वाले नेता आज लाइन में काम कर रहे हैं। उन्हें ड्यूटी से राहत नहीं है। ऐसे में आज सभी नेताओं को आठ घंटे ड्यूटी बजानी पड़ती है।