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Festival : तेलुगु समाज का उगादि पर्व 25 को, जानिए क्‍या हो रही तैयारी Jamshedpur News

Ugadi festival. तेलुगू नववर्ष उगादि पर समाज के हर घर में आम मधु मिर्चा की पच्चड़ी (चटनी) बनेगी। पूजा से पूर्व इस चटनी को बनाकर पूजा-अर्चना की जाएगी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 12 Mar 2020 09:25 AM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 09:25 AM (IST)
Festival : तेलुगु समाज का उगादि पर्व 25 को, जानिए क्‍या हो रही तैयारी Jamshedpur News
Festival : तेलुगु समाज का उगादि पर्व 25 को, जानिए क्‍या हो रही तैयारी Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं।  Ugadi festival of Telugu society on 25th March झारखंड के जमशेदपुर शहर के तेलुगु समाज ने उगादि की तैयारी तेज कर दी है। इस बार उगादि (नया साल) 25 मार्च को है। इस दौरान शहर के सभी तेलुगु संस्थान में मुख्यत: पंचांग श्रवणम (पंचांग सुनना) का आयोजन किया जाता है। इसमें साल भर क्या-क्या होने वाला है, इसकी जानकारी दी जाती है।

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इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी भी चल रही है। मुख्य कार्यक्रम आंध्र एसोसिएशन कदमा द्वारा आयोजित किया जा रहा है। यहां 29 मार्च को टीवीएस सारेगामा के विजेता कलाकारों की टीम द्वारा तेलुगु संगीत की महफिल सजाई  जाएगी। इसके लिए एसोसिएशन के सदस्यों ने प्रारंभिक दौर की बैठक भी कर ली है। यह कार्यक्रम आंध्र एसोसिएशन स्कूल के मैदान में आयाजित की जाएगी। बिष्टुपुर राम मंदिर में 25 मार्च से उगादि के साथ ही साथ चैत्र नवरात्र की शुरुआत भी होगी। इस दौरान सीताराम कल्याणम 02 अप्रैल को होगा। 03 अप्रैल को सहस्त्रनामा पूजा का आयोजन होगा। पूरा धार्मिक आयोजन 25 से लेकर 8 अप्रैल तक चलेगा। 

उगादि पर घर-घर में बनेगी आम की पच्चड़ी

तेलुगू नववर्ष उगादि पर समाज के हर घर में आम, मधु, मिर्चा की पच्चड़ी (चटनी) बनेगी। पूजा से पूर्व इस चटनी को बनाकर पूजा-अर्चना की जाएगी। इस दिन समाज के लोग नये वस्त्र को धारण करेंगे तथा मंदिरों में पूजा करेंगे। शाम को रंगारंग कार्यक्रमों में भाग लेंगे। समाज की महिलाएं इस दौरान पारंपरिक रूप से श्रृंगार करेंगी। समाज के बच्चे बड़े-बुजुर्गो का आशीर्वाद ग्रहण करेंगे।

नोकालम्मा इमली पेड़ की पूजा 24 को

बारीडीह के श्रीश्री नोकालम्मा मंदिर स्थित इमली पेड़ की पूजा 24 मार्च को होगी। यहां प्रत्येक वर्ष उगादि के एक दिन पहले तेलुगु समाज के सदस्यों द्वारा इस इमली पेड़ की पूजा की जाती है। साथ ही माता नोकालम्मा की आराधना की जाती है। यहां की मंदिर कमेटी द्वारा उगादि के अवसर तीन दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस बार 22 से लेकर 24 मार्च तक यह कार्यक्रम होगा। 


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