करनी थी कंपनी में बैठक, यूनियन नेता चले गए रांची
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मेडिकल एक्सटेंशन को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन में तनाव की स्थिि
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मेडिकल एक्सटेंशन को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसे लेकर यूनियन नेता प्रबंधन के साथ होने वाली किसी भी बैठक में नहीं जा रहे हैं। सोमवार को भी कंपनी प्रबंधन के साथ कई बैठक थी, जिसमें यूनियन नेताओं को शामिल होना था, लेकिन यूनियन के तीनों शीर्ष नेता (अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय व महासचिव सतीश सिंह) सोमवार की सुबह रांची चले गए थे, जहां से शाम को लौटे। यूनियन नेतृत्व शुक्रवार को भी सिक्योरिटी विभाग के मिलन समारोह में शामिल नहीं हुआ।
यूनियन नेताओं के मुताबिक प्रबंधन अपने चुनिंदा कर्मचारियों को मेडिकल एक्सटेंशन देने के पक्ष में है, जबकि यूनियन नेतृत्व पुरानी परंपरा के मुताबिक सभी कर्मचारियों को यह सुविधा दिलाने की मांग कर रही है। बहरहाल, प्रबंधन ने अभी तक ना तो मेडिकल एक्सटेंशन बंद करने का आदेश जारी किया है, ना सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की सूची। इसके बावजूद यूनियन नेतृत्व यह मानकर चल रहा है कि प्रबंधन उनकी बात से सहमत नहीं है। बताया जाता है कि यूनियन नेता मेडिकल एक्सटेंशन के मुद्दे पर कानूनी सलाह लेने गए थे। उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकीलों से मुलाकात भी की, लेकिन यूनियन अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद ने इससे इंकार किया। प्रसाद ने कहा कि वे लोग निजी कार्यवश रांची गए थे। प्रबंधन के साथ बैठक में शामिल नहीं होने की बात उन्होंने कही।
वैसे यूनियन के सभी 11 पदाधिकारी मंगलवार को टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (एचआरएम) सुरेश दत्त त्रिपाठी से मिलेंगे। वह मेडिकल एक्सटेंशन के मुद्दे पर ही वीपी-एचआरएम से बात करने जा रहे हैं।
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वीपी-एसएस से मिले नितेश
एक ओर यूनियन के पदाधिकारी प्रबंधन के साथ बैठक का बहिष्कार कर रहे हैं, वहीं यूनियन के सहायक सचिव नितेश राज ने सोमवार को वीपी-शेयर्ड सर्विसेज अवनीश गुप्ता से मुलाकात की। यूनियन नेता नितेश पर सामूहिक निर्णय की अवहेलना करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं नितेश का कहना है कि यूनियन-प्रबंधन की संयुक्त बैठक का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है, वे व्यक्तिगत मामले पर वीपी-एसएस से मिले। उन्होंने एक सप्ताह पहले इनसे समय लिया था। मामला फॉरेन ट्रेनिंग को लेकर था। वह आज नहीं मिलते तो मामला अधर में रह जाता।