टाटानगर में यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिग लगेंगे दो टेबल
थर्मल स्क्रीनिग व टिकटों की जांच के लिए रेलकर्मचारियों को बैठाया जाएगा।
जासं, जमशेदपुर : टाटानगर स्टेशन में आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिग की व्यवस्था में रेलवे जल्द ही बदलाव करने जा रही है। वर्तमान में एक ही टेबल पर लंबी कतार लगाकर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिग व टिकटों की जांच की जा रही है लेकिन, जल्द ही यहां यात्रियों की दो कतारें लगाई जाएंगी और दो टेबलों में थर्मल स्क्रीनिग व टिकटों की जांच के लिए रेलकर्मचारियों को बैठाया जाएगा।
पहले कम ट्रेनों का परिचालन होता था एक टेबल में जांच की प्रक्रिया की जाती थी लेकिन, अब ट्रेनों की संख्या में इजाफा हो गया है। प्रतिदिन सुबह टाटा-हावड़ा-टाटा पूजा स्पेशल व पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के यात्रियों की लंबी कतार टाटानगर स्टेशन में प्लेटफार्म में प्रवेश करने के लिए लग रही है। इसके कारण कई यात्रियों की ट्रेनें जांच के कारण छूट रही है। जिसके ध्यान में रखते हुए रेलवे ने यह बदलाव करने का निर्णय लिया है। चक्रधरपुर मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने कहा कि यात्रियों की संख्या को देखते हुए जल्द ही यहां थर्मल स्क्रीनिग व टिकटों की जांच के लिए दो अलग अलग टेबल लगाए जाएंगे, ताकि लंबी कतार में लगे यात्री समय से जांच करा कर ट्रेन में सवार हो सके।
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ट्रेन के हिलते ही कतार तोड़ दौड़ते हैं यात्री
लंबी कतार में लगे अपनी बारी का इंतजार करने वाले यात्रियों को सब्र तब टूट जाता है जब ट्रेन गंतव्य के लिए प्रस्थान से पूर्व हॉर्न बजाना शुरू करती है। हॉर्न की आवाज सुनते ही यात्री कतार तोड़ कर बिना टिकट व थर्मल स्क्रीनिग कराए ही ट्रेन की ओर भागने लगते हैं और भागते के दौरान ही ट्रेन में सवार हो जाते हैं। यह दृश्य देखकर मुख्य गेट पर खड़े टीटीई या आरपीएफ के जवान भी कुछ कह नहीं पाते। यदि यात्रियों को रोका जाता है तो उसकी ट्रेन निश्चित छूट जाएगी। ऐसे में प्रतिदिन दर्जनों यात्री बिना टिकट व थर्मल स्क्रीनिग कराए ही ट्रेन में सवार हो रहे हैं।
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90 मिनट की जगह दस मिनट पहले पहुंच रहे यात्री स्टेशन
रेलवे ने यात्रियों को 90 मिनट पहले स्टेशन में पहुंचने का आग्रह किया था, ताकि उनकी थर्मल स्क्रीनिग टिकटों की जांच आदि करने के बाद उन्हें प्लेटफार्म में प्रवेश करने की इजाजत मिले। लेकिन लौहनगरी के यात्री ट्रेन का परिचालन शुरू होने से पांच से दस मिनट पहले ही टाटानगर स्टेशन पहुंच रहे है। ऐसे में उन्हें कतार के पीछे खड़ा होना पड़ रहा है। ऐसे में उनकी ट्रेन छूटने हर हालत में छूटने की संभावना रहती है।
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11 जोड़ी ट्रेनों को होता है परिचालन
नई दिल्ली-भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, हावड़ा-सीएसएमटी-हावड़ा (मुंबई मेल), पुर-नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, हावड़ा-टाटा-हावड़ा पूजा स्पेशल, हावड़ा-अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस, पुरी-आनंदविहार-पुरी - नीलांचल एक्सप्रेस, रांची-टाटा-रांची एक्सप्रेस।टाटा-यशवंतपुर-टाटा एक्सप्रेस, बिलासपुर-पटना-बिलासपुर आदि ट्रेनों का परिचालन हो रहा है।