डीएचएफएल के प्रमोटर वधावन की दो गाड़ियां झारखंड के जमशेदपुर में पंजीकृत, पता फर्जी Jamshedpur News
जिन पांच वाहनों में वधावन परिवार के सदस्य लाॅकडाउन के दौरान घूम रहे थे उनमें दो वाहनों का पंजीयन जमशेदपुर डीटीओ में हुआ है लेकिन इसके लिए दिया पता फर्जी है।
जमशेदपुर, जासं। लॉकडाउन के दौरान डीएचएफएल के प्रमोटर वधावन बंधुओं पर अनुकंपा के तार जमशेदपुर से भी जुड़ गए हैं। जिन पांच वाहनों में ये घूम रहे थे, उनमें दो वाहनों का पंजीयन जमशेदपुर डीटीओ में हुआ है, लेकिन इसके लिए दिया पता फर्जी है।
बताते हैं कि इन रेंजरोवर वाहनों का नंबर जेएच 05 बीपी-0021 और जेएच 05 बीपी-0016 है। दोनों वाहन कपिल वधावन और धीरज वधावन के नाम से पंजीकृत हैं। इस पर दर्ज स्थायी पता शशि प्रकाश गोप, शंकोसाई रोड नंबर एक तथा वर्क के रूप में अल्ट्रा स्पेस डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड है। शशि प्रकाश गोप का शंकोसाई में पेट्रोल पंप व सुजुकी का शोरूम बताया गया है। लेकिन सुजुकी का शोरूम देवाशीष गौड़ के नाम से है। देवाशीष का कहना है कि उन्हें ऐसे किसी व्यक्ति के बारे में जानकारी नहीं है। किसी वधावन और शशि प्रकाश गोप को वे नहीं जानते। न ही उनके पास उपरोक्त नंबर की कोई गाड़ी है। कहा कि मेरे व्यापार का पता ठिकाना कैसे दिया गया, वे नहीं जानते।
चर्चा में है वधावन परिवार
वधावन के परिवार और मित्र मंडली को पांच गाड़ियों से खंडाला से महाबलेश्वर जाने की छूट देने का मामला अभी चर्चा में है। भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बना रखा है और महाराष्ट्र के के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर सीधा निशाना साधा है। भाजपा इस सवाल को जोर-शोर से उछाल रहा है कि गृहविभाग के प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता ने सरकार में किसके आदेश पर वधावन परिवार को लॉकडाउन के दौरान खंडाला से महाबलेश्वर जाने की अनुमति दी।
किए गए हैं क्वारंटाइन
डीएचएफएल के संस्थापक कपिल एवं धीरज वधावन के विरुद्ध लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन कानून एवं आईपीसी की धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज कर उनके समेत सभी 23 लोगों के समूह को पंचगनी स्थित सेंट जेवियर्स हाईस्कूल में क्वारंटाइन कर दिया गया है। उन्हें महाबलेश्वर जाने की अनुमति देनेवाले अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर के आइपीएस अधिकारी अमिताभ गुप्ता को राज्य सरकार ने अवकाश पर भेज दिया है।