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टाटा स्टील की वित्तीय रिपोर्ट पर कंपनी के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने कही ये बात

टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन का कहना है कि भारत के 20 मिलियन टन के कारोबार के लिए इबिटा के क्षेत्र में प्रदर्शन काफी बेहतर है। ऐसे में हमें अपने विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए अतिरिक्त ग्रोथ से सपोर्ट मिलेगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 16 Aug 2021 09:22 AM (IST)Updated: Mon, 16 Aug 2021 09:22 AM (IST)
टाटा स्टील की वित्तीय रिपोर्ट पर कंपनी के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने कही ये बात
टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन फाइल फोटो।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। टाटा स्टील ने पिछले दिनों ही वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के आंकड़े जारी किए हैं जिसमें कंपनी को 9753 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। इस पर कंपनी के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन का कहना है कि भारत के 20 मिलियन टन के कारोबार के लिए इबिटा के क्षेत्र में प्रदर्शन काफी बेहतर है। ऐसे में हमें अपने विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए अतिरिक्त ग्रोथ से सपोर्ट मिलेगा।

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बकौल टीवी नरेंद्रन, टाटा स्टील एक कमोडिटी कंपनी है। हमने कभी सोचा भी नहीं था कि हम इतना मुनाफा अर्जित करेंगे। इस समय स्टील की कीमतें और डिमांड काफी ऊंचाई पर है। टाटा स्टील ने अपनी क्षमता को बढ़ाने के लिए बीते कई वर्षो में काफी निवेश किया है। साथ ही पिछले एक दशक में हमने कई चुनौतियों का सामना किया है। इसके अलावा हम वैश्विक बाजार में अधिक स्थिरता देख रहे हैं। जहां तक स्टील निर्यात का संबंध में इसके लिए चीन में अधिक अनुशासन देख रहे हैं। साथ ही हम मांग वापस आते भी देख रहे हैं क्योंकि भारत सहित कई देशों की अर्थव्यवस्थाएं बुनियादी ढांचे में निवेश कर रही है। पिछले कुछ वर्षो में टाटा स्टील ने भारत में काफी वृद्धि की है। एमडी का कहना है कि स्टील की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। इस्पात उद्योग संरचनात्मक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए सभी इस दिशा में काम कर रहे हैं।

वैश्विक बाजार में स्क्रैप की कीमतें रहेंगी ऊंची

टीवी नरेंद्रन का कहना है कि अमेरिका में हॉट रोल्ड कॉइल की कमत 1800 डॉलर से अधिक है लेकिन जब हम भारत और अमेरिका में स्टील की कीमतों की तुलना करते हैं तो भारत में कीमतें आधी हैं। हालांकि अमेरिका निर्यात के मामले में बेहतर बाजार नहीं है क्योंकि वहां बहुत अधिक सुरक्षा है। नतीजन अमेरिका में स्टील की कीमतें ऊंची बनी रहेंगी। अमेरिका स्क्रैप का भी सबसे बड़ा निर्यातक देश है और इसका मतलब है कि वैश्विक बाजार में स्क्रैप की कीमतें ऊंची बनी रहेंगी। जबकि भारत और चीन में स्टील चक्र में तेजी हो सकती है।

यूरोपीय बाजार पहले से आत्मनिर्भर

टीवी नरेंद्रन का कहना है कि यूरोपिय बाजार का एबिटा काफी सकारात्मक है और उनका शुद्ध मुनाफा भी काफी पॉजिटिव है। इस लिहाज से मुझे लगता है कि यूरोपिय बाजार पहले से अधिक आत्मनिर्भर हो गया है। नीदरलैंड का कारोबार पहले से ही अपने दम पर खड़ा है और ब्रिटेन का कारोबार भी अच्छा चल रहा है। हमें उम्मीद है कि भविष्य में कंपनी की तिमाही रिपोर्ट इससे और बेहतर देखेंगे क्योंकि यूरोपिय कंपनी के पास अच्छे व पुराने आर्डर बने हुए हैं। इसके साथ ही नए-नए आर्डर भी मिल रहे हैं। विगत वर्षो में हमने अपने यूरोपिय कंपनियों को किसी तरह की वित्तीय मदद भी नहीं की है क्योंकि वे अपने दम पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।

केपीओ में होगा 5 एमटी का विस्तारीकरण

टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन का कहना है कि कलिंगनगर प्रोजेक्ट का हम पांच मिलियन टन का विस्तार कर रहे हैं। इस प्रोजेक्ट को हम दो सालों में पूरा कर लेंगे। पूरी प्राथमिकता के साथ हम इस पर फोकस कर रहे हैं। इसके अलावा भारतीय परिचालन में हम चार मिलियन टन विस्तार करने की क्षमता रखते हैं। हालांकि यह हमारे पूंजीगत खर्च योजना का हिस्सा नहीं है क्योंकि इसे अभी तक हम अपने बोर्ड के पास नहीं लेकर गए हैं लेकिन हमारे पास संभावना है कि हम पहले अपने मौजूदा कर्ज को कम करें। हमारी योजना के मुताबिक हम इसमें तेजी से नीचे की ओर आ रहे हैं। कर्ज घटाने के मामले में भी यह साल बेहतर होगा।

भारत में कैश फ्लो हमेशा रहा है मजबूत

टीवी नरेंद्रन का मानना है कि भारत का व्यवसाय अपने विकास की देखभाल करने में सक्षम है क्योंकि भारत का कैश फ्लो हमेशा से मजबूत रहा है। पिछले 10-15 वर्षो में भारत के कारोबार में सबसे कम भी 20 प्रतिशत एबिटा मार्जिन रहा है। जबकि समेकित रूप से ऐसा देखने को नहीं मिलता है। भारत में विकास को मंदी के दौर में भी समझौता करने की जरूरत नहीं है। हमारा एबिटा लगातार बेहतर होते जा रहा है।

27,000 करोड़ कर्ज किया है कम

एमडी का कहना है कि पिछले एक साल में हमने अपना 27,000 करोड़ रुपये का कर्ज कम किया है। इस साल भी आगामी तिमाहियों में हम अपनी ऋण में कमी लाएंगे। हम अपना कर्ज कम करने के लिए प्लानिंग के साथ काम कर रहे हैं। जब हमारा बैलेंस शीट बेहतर होगा तो कर्ज में तेजी से कमी आएगी।


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