Tata Steel के एमडी TV Narendran बोले- भविष्य के लिए कंपनी हित में लेने होंगे कड़े निर्णय
टाटा वर्कर्स यूनियन में 214 कमेटी मेंबर हैं जिन्हें चार ग्रुप में बांटा गया है। तीन दिवसीय आगमन सत्र के दौरान सभी नए-पुराने कमेटी मेंबरों को लीडरशिप डेवलपमेंट ज्वाइंट कंसल्टेशन सस्टेनबिलिटी विविधता समावेशी विकास सहित अन्य विषयों पर जानकारी दी जाएगी।
जासं, जमशेदपुर। लीडरशिप का मतलब है भविष्य को ध्यान में रखकर कंपनी हित में कड़े निर्णय लेना। तभी हम भविष्य में आने वाली चुनौतियों पर जीत हासिल कर सकते हैं। यह कहना है टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन का। टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन द्वारा मंगलवार से नए कमेटी मेंबरों के लिए ''''आगमन'''' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए ऑनलाइन ही एमडी ने ये बातें कहीं।
बकौल नरेंद्रन, टाटा वर्कर्स यूनियन के सभी कमेटी मेंबरों में लीडरशिप क्वालिटी होनी चाहिए ताकि सहीं वक्त में हम सहीं निर्णय ले सके। पूर्व में लिए गए निर्णय का उस समय भले ही तारीफ नहीं हुई हो लेकिन आज वे निर्णय सहीं साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील प्रबंधन और यूनियन का एक ही लक्ष्य होना चाहिए, वह है कंपनी का उत्थान। इसके लिए दो स्टेकहोल्डर्स की हिस्सेदारी तय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यूनियन नेतृत्व ने हमेशा प्रबंधन को सहयोग किया है इसलिए अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एक-दूसरे के प्रति सम्मान और त्याग भी बेहद जरूरी है।
तीन दिवसीय सत्र का आज से होगा शुभारंभ
टाटा वर्कर्स यूनियन में 214 कमेटी मेंबर हैं जिन्हें चार ग्रुप में बांटा गया है। तीन दिवसीय आगमन सत्र के दौरान सभी नए-पुराने कमेटी मेंबरों को लीडरशिप डेवलपमेंट, ज्वाइंट कंसल्टेशन, सस्टेनबिलिटी, विविधता, समावेशी विकास सहित अन्य विषयों पर जानकारी दी जाएगी। सत्र में एचआर के अधिकारी विभागीय जांच, आईबी, एकाउंट्स विभाग से बोनस की गणना सहित अन्य विषयों पर विस्तार से जानकारी दी जाएगी।एमडी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में कई नए विषयों को जोड़ा गया है जिसका फायदा सभी कमेटी मेंबरों को मिलेगा।