Top Jamshedpur News of the day, 15th October 2019, छात्रा की मौत, महिला की हत्या, डेंगू का खतरा, खुली इंडक्शन फर्नेस
शिक्षा निकेतन की पहली कक्षा की छात्रा की हार्ट अटैक से मौत कपाली थाना क्षेत्र में महिला की सिर कूचकर हत्या
जमशेदपुर जेएनएनएन)। टेल्को क्षेत्र में स्थित शिक्षा निकेतन स्कूल की पहली कक्षा की छात्रा की मंगलवार की सुबह हार्ट अटैक से मौत हो गई। कपाली क्षेत्र में एक महिला की सिर कूचकर हत्या कर दी गई। शहर के सरकारी कार्यालयों में भी डेंगू का खतरा मंडरा रहा है। वहीं विगत एक माह तक बंद रहने के बाद कोल्हान की इंडक्शन फर्नेस कंपनियों के खुलने से इन कंपनियों में बहार आ गई
पहली कक्षा की छात्रा की हार्ट अटैक से मौत
टेल्को इलाके में संचालित शिक्षा निकेतन की कक्षा एक की छात्रा की हार्ट अटैक से मौत हो गई। सुबह स्कूल में दिल का दौरा पड़ने पर उसे इलाज के लिए टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। शिक्षा निकेतन की प्राचार्य सुनीता डे ने बताया कि उन्हें जैसे ही जानकारी मिली छात्रा को तत्काल उठाकर अस्पताल ले जाया गया। यह दुखद रहा कि उसे बचाया नहीं जा सका। छात्रा पहले से ही दिल की मरीज थी। उसका नाम वैष्णवी झा था और टेल्को कॉलोनी निवासी अजय कुमार झा की पुत्री थी। अजय कुमार झा टाटा मोटर्स के फाउंड्री डिवीजन में कर्मचारी हैं। बच्ची की मौत के बाद विद्यालय में छुट्टी कर दी गई। इस घटना के बाद विद्यालय प्रबंधन ने जारी बयान में कहा है कि प्रार्थना सभा के दौरान बच्ची को कक्षा में ही स्टाफ ने देखा। इसके बाद तुरंत ही प्राचार्या सुमिता डे और उप प्राचार्य रजनी पांडेय ने पहल की और बच्ची को तत्काल टाटा मोटर्स अस्पताल में दाखिल कराया गया जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। छात्रा के भाई की मौत भी कुछ वर्ष पूर्व हृदय रोग की वजह से हो गई थी। इस बीच जिला शिक्षा अधीक्षक दिलीप कुमार ने कहा कि स्कूल प्रबंधन को शो-कॉज किया जा रहा है।
कपाली में महिला की सिर कूचकर हत्या
शहर से सटे कपाली थाना क्षेत्र में एक महिला की सिर कूचकर हत्या कर दी गई। मंगलवार की सुबह लोगों ने महिला के शव को देखा और पुलिस को सूचना दी। शाम तक महिला के शव की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। बताया जाता है कि महिला के सिर पर गंभीर चोटों के निशान थे। देखकर अंदाजा लगाया जा रहा था कि पत्थर या पत्थर जैसी किसी ठोस वस्तु से उसके सिर पर बार-बार प्रहार किया गया। उसी से उसकी मौत हो गई। कपाली थाने की पुलिस शव की शिनाख्त कराने का प्रयास कर रही है। समीप में ही ब्रह़मानंद अस्पताल है। अस्पताल प्रबंधन व कर्मचारियों से जानने की कोशिश की जा रही है कि उक्त महिला कौन थी। शाम तक उसकी शव का दावेदार भी कोई नहीं पहुंचा। हालांकि पुलिस ने यूडी केस दर्ज करने के बाद मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। महिला सलवार सूट पहने थी। हालांकि काफी तलाश के बावजूद उसके पास से ऐसी कोई वस्तु नहीं मिली जिससे उसकी पहचान की जा सके। इस घटना के बाद लोग सकते में हैं। यही चर्चा हो रही है किआखिर किसने इतनी बेरहमी से उक्त महिला की हत्या की होगी।
सरकारी कार्यालयों में मंडरा रहा डेंगू का खतरा
शहर में डेंगू का खतरा बढ़ता ही जा रहा फैला है। सैकड़ों लोग टीएमएच, एमजीएम सहित अन्य निजी अस्पतालों व नर्सिग होम में भर्ती हैं या इलाज करा रहे हैं। परिजन प्लेटलेट्स की तलाश में भटक रहे हैं। डेंगू से अपनों की जान जाने की आशंका से ही लोगों के दिल बैठा जा रहा है। शिक्षण संस्थानों से लेकर गैर सरकारी संगठनों की ओर से सफाई, जल जमाव रोकने, फ्रिज-कूलर की सफाई के लिए कहा जा रहा है। कई तरह के तरीके भी बताए जा रहे हैं। इन सबके बावजूद सरकारी अफसरों के कार्यालय भी डेंगू से सुरक्षित नहीं हैं। चाहे वह उपायुक्त कार्यालय हो या फिर सिविल सर्जन का कार्यालय, यहां तक कि सदर अस्पताल की हालत भी डेंगू फैलने के अनुकूल है। दरअसल, इन कार्यालय की छतों पर बिना ढक्कन के लगी पानी की टंकियों में गंदगी की भरमार है। ऐसे में मच्छरों का भिनभिनाना और लार्वा का पानी में पनपना आम बात हो चुकी है।
खुल गईं कोल्हान की इंडक्शन फर्नेस और स्पंज आयरन कंपनियां
कोल्हान की करीब 25 इंडक्शन फर्नेस व स्पंज आयरन कंपनियां फिर से खुल गई हैं। ये कंपनियां विगत एक सितंबर से बंद हो गई थीं। एक करीब एक माह बाद इन कंपनियों में फिर से बहार आ गई है। बंद करने के समय कंपनी मालिकों ने इसकी वजह झारखंड राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) की बिजली दर में 38 फीसद बढ़ोतरी को मुख्य वजह बताया गया था। बाजार की मंदी भी एक कारण था। हालांकि इससे बड़ा कारण बांग्लादेश में आई बाढ़ थी। अब भी कोल्हान की करीब नौ इंडक्शन फर्नेस की कंपनियां बंद हैं। स्पंज आयरन की और फर्नेस की 10-10 कंपनियों का संचालन जारी है। बांग्लादेश भीषण बाढ़ की चपेट में आ गया था, जिसका असर जुलाई के अंत तक रहा। कोल्हान या पूर्वी सिंहभूम की करीब आधा दर्जन कंपनियों का स्पंज आयरन बांग्लादेश निर्यात होता था, जिससे इनकी स्थिति चरमरा गई थी।