Move to Jagran APP

टीएमएच के डॉक्टर की सलाह कोरोना से बचाव के लिए इस तरह के मास्क का करें उपयोग

कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना सबसे जरूरी है। लेकिन कौन सा मास्क सबसेे बेहतर अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी नहीं है।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 03:19 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 03:19 PM (IST)
टीएमएच के डॉक्टर की सलाह कोरोना से बचाव के लिए इस तरह के मास्क का करें उपयोग
टीएमएच के डॉक्टर की सलाह कोरोना से बचाव के लिए इस तरह के मास्क का करें उपयोग

जमशेदपुर (जासं) । कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना सबसे जरूरी है। लेकिन कौन सा मास्क इनमें से सबसेे बेहतर अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। लिहाजा लोग बाजार में बिक रहे किसी भी प्रकार के मास्क को खरीद कर इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसके इस्तेमाल के बाद में कान के पीछे निशान या कान की हड्डी में सूजन, खुजली, चेहरे पर फुंसी, होठों में जलन की परेशानी हो रही है।लोगों की इन्ही सब परेेेेेेेेेेेशानियों को ध्यान में रखते हुुए कोविड हॉस्पिटल (टीएमएच) के डॉ. राजन चौधरी ने शहरवासियों से अपील की है कि एलास्टिक वाले मास्क का इस्तेमाल नहीं करें। उन्होंने कहा कि इन एलास्टिक वाले मास्क के कारण येे परेशानी होती है। ब्लकि इसकी जगह लोगों से अपील की है कि वे एन-95 मास्क या तीन लेयर वाले कार्टन के फीते वाले मास्क पहने। इससे कोई परेशानी नहीं होगी।

loksabha election banner

गौरतबल है कि टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में गुरुवार को डॉक्टर्स ने ऑनलाइन चर्चा की। इसमें टाटा स्टील, कोक प्लांट के पूर्व कमेटी मेंबर करम अली के सवालों का जवाब देते हुए डॉ. राजन चौधरी ने यह जानकारी दी। जुलाई माह में कोविड विषय पर आयोजित डॉक्टर ऑनलाइन में डॉ. राजन चौधरी के अलावे डॉ. मन्नान मल्लिक, डॉ. स्मिता और डॉ. एसआर चौधरी ने सवालों का जवाब दिया। उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि वे कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे। शारीरिक दूरी का पालन करें और बाहर से आने के बाद हाथ जरूर धोए। डॉ. चौधरी ने बताया कि यदि किसी गर्भवती महिला को कोरोना वायरस है तो उसके गर्भ में पल रहा बच्चा भी वायरस से संक्रमित हो सकता है।

मलेरिया के लिए टीएमएच मुस्तैद

करम अली ने पूछा कि कोरोना वायरस के अलावा मानसून के कारण इससे संबधित बीमारी खासकर बीमारी होती है। पिछले वर्ष पूर्वी सिंहभूम जिले में मलेरिया के आंकड़े अच्छे नहीं थे। इस पर डॉ. चौधरी ने बताया कि टीएमएच में मलेरिया का किट आ चुका है इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन उन्होंने शहरवासियों से भी अपील की है कि अपने घर या कार्यस्थल के आसपास साफ-सफाई रखें। कहीं भी पानी जमने नहीं दे। यदि पानी जमा नहीं होगा तो मच्छर भी नहीं पनपेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.