Tata Group : टाइटन ने छू लिया दो लाख करोड़ का आंकड़ा, टीसीएस के बाद दूसरी कंपनी बनी
Tata Group टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस को टाटा समूह की सोने देने वाली मुर्गी कहा जाता है। टाटा समूह के राजस्व में इसका 97 फीसद हिस्सेदारी है। लेकिन अब टाइटन ने नया कीर्तिमान स्थापित कर अन्य कंपनियों को चुनौती दे रहा है...
जमशेदपुर, जासं। टाटा समूह की अब तक शीर्ष कंपनी रही टीसीएस के बाद टाइटन हो गई है, जिसने दो ट्रिलियन का कारोबार छू लिया है। पहली बार टाइटन कंपनी लिमिटेड ने गुरुवार को यह उपलब्धि हासिल की है। टाइटन के शेयरों ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या बीएसई पर 2,343 का नया रिकॉर्ड बना लिया, जो पिछले रिकार्ड से 9 प्रतिशत अधिक था। टाइटन का बाजार पूंजीकरण गुरुवार को सुबह 9.30 बजे तक 2.07 ट्रिलियन हो गया था। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज इस उपलब्धि को हासिल करने वाली दूसरी टाटा कंपनी है।
ज्वेलरी सेगमेंट ने दिलाई बढ़त
टाइटन को यह बढ़त ज्वेलरी सेगमेंट ने दिलाई है। कंपनी के शेयरों ने सितंबर में ही इसकी सूचना दे दी थी। इसके अधिकांश डिवीजनों में इसकी बिक्री या तो काेरोना के पहले वाले स्तर से ऊपर या करीब पहुंच गई थी। ज्वेलरी सेगमेंट में साल-दर-साल 78 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
इसने दो साल के आधार पर 32 प्रतिशत सीएजीआर देखा। वित्त वर्ष 2012 की दूसरी तिमाही में इस सेगमेंट में 13 नए स्टोर जोड़े, जिससे कुल स्टोर की संख्या 414 हो गई है। इस दौरान ज्वेलरी के अलावा घड़ी और अन्य एक्सेसरीज की बिक्री में भी तेजी आई। इस सेगमेंट ने साल-दर-साल 73 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है।
आईवियर भी 74 प्रतिशत बढ़ा
टाइटन कंपनी लिमिटेड के आईवियर सेगमेंट में भी लगातार बिक्री की वृद्धि हो रही है। इस सेगमेंट के राजस्व में साल-दर-साल 74 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस सेगमेंट की बिक्री में सबसे युवा ब्रांड तनीरा, सुगंध और सहायक उपकरण शामिल हैं, जो गत वित्तीय वर्ष की तुलना में 121 प्रतिशत तक बढ़ गए।
शादी-ब्याह के सीजन में तेज होगा बाजार
शादी-ब्याह का सीजन 14 नवंबर से शुरू होगा। कंपनी को उम्मीद है कि कोरोना को लेकर पूरी तरह अनलॉक होने और शादी-ब्याह शुरू होने पर इसमें तेजी से वृद्धि होगी। मजबूत विकास गति को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में आठ से 12 प्रतिशत तक वृद्धि होने का अनुमान है।
एक सर्वे कंपनी ने उम्मीद जताई है कि टाइटन कंपनी लिमिटेड आने वाले वर्ष में 64 प्रतिशत तक राजस्व वृद्धि कर सकता है, जो लगभग 7100 करोड़ रुपये हो सकता है। उच्च सादे सोने के मिश्रण के बावजूद ट्रांजैक्शन मार्जिन 11.5 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। वहीं एक ब्रोकरेज फर्म ने वित्तीय वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में करीब 550 करोड़ के कर पश्चात लाभ का अनुमान लगाया।