ये रहे पेट और कमर की चर्बी कम करने के नुस्खे, आजमा के तो देखिए
Health Tips. पेट और कमर की चर्बी दूर करने के लिए लोग न जाने क्या-क्या करते हैं। हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे जिससे आप बहुत जल्द इस समस्या पर काबू पा सकते हैं।
जमशेदपुर, जेएनएन। पेट और कमर की चर्बी दूर करने के लिए लोग न जाने क्या-क्या करते हैं। डायटिंग, जिम जाना आदि इसमें शामिल होता है। हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे जिससे आप बहुत जल्द इस समस्या पर काबू पा सकते हैं। जाइए जानें
उपवास : अगर संभव हो तो हफ्ते में एक दिन उपवास करें और इस दौरान सिर्फ दूध व फल का ही सेवन करें। इससे आपकी पाचन-शक्ति भी ठीक होगी।
जौ-चने के आटे की रोटी खाएं: खाने में गेहूं के आटे की रोटी न लेकर जौ-चने के आटे की रोटी लेना शुरू कर दें। इससे सिर्फ पेट और कमर ही नहीं, बल्कि सारे शरीर का मोटापा कम हो जाएगा।
शहद : रोज कुनकुने पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से भी कुछ दिनों में मोटापा कम होने लगता है।
पुदीना : पुदीना मोटापा कम करने में सहायक होता है। पुदीने के रस में शहद मिलाकर सेवन करने से मोटापा कम होता है।
हरी सब्जियों का प्रयोग: खाने में हरी सब्जी, साग व सलाद की मात्रा रोटी व चावल से ज्यादा रखें। इससे शरीर में चर्बी नहीं जमा होगी।
योगासन
- कपालभाति: सांस को तेजी से नाक से बाहर फेंकें, जिससे पेट अंदर-बाहर जाएगा। 5-10 मिनट करें। उच्च रक्तचाप वाले धीरे-धीरे करें और कमर दर्द वाले कुर्सी पर बैठकर करें।
- अग्निसार : खड़े होकर पैरों को थोड़ा खोलकर हाथों को जंघाओं पर रखें। सांस को बाहर रोक दें। फिर पेट की पंपिंग करें। यानी पेट अंदर खींचें, फिर छोड़ें। स्लिक डिस्क, उच्च रक्तचाप या पेट का ऑपरेशन कराया है तो इससे परहेज करें।
- ऊर्ध्व हस्तोत्तानासन : खड़े होकर पैरों को थोड़ा खोलें। हाथों की उंगलियों को फंसाकर सिर के ऊपर उठा लें। सांस निकालें और कमर को बाईं तरफ झुका लें। इसी प्रकार दूसरी ओर भी करें।
- द्रुत उत्तानपादासन : कमर के बल लेटकर हाथों को जंघाओं के नीचे जमीन पर रखें। दोनों पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं। इस प्रकार जमीन पर बिना टिकाए बार-बार पैरों को ऊपर-नीचे करते रहें। हालांकि, कमर दर्द वाले इसे न करें।
- हृदय स्तंभासन : कमर के बल लेटकर हाथों को जंघाओं के ऊपर रखें। सांस भरकर पैरों को उठाएं। सिर और कमर को उठाएं। इस दौरान शरीर का भार कमर पर रहेगा।
- दिवपाद साइकिलिंग: कमर के बल लेटे-लेटे ही दोनों पैरों को मिलाकर एक साथ साइकिलिंग की तरह घुमाएं। थकान होने तक लगातार घुमाते रहें। हाथों को कमर के नीचे रखें।
- भुजंगासन: पेट के बल लेटकर दोनों हाथों को हिप्स के नीचे रखें। सांस भरते हुए आगे से सिर और छाती को ऊपर उठाकर पीछे की ओर मोड़ लें।
- उज्जायी प्राणायाम : सीधे बैठकर सांस बाहर निकालें। अब सांस भरते हुए गले की मांसपेशियों को टाइट करें और सांस भरते जाएं। गले से घर्षण की आवाज करते जाएं। फिर नाक से सांस धीरे से बाहर निकाल दें।