ये रहे आइपीएस प्रभात कुमार के पढाई के उम्दा टिप्स
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी प्रभात कुमार जमशेदपुर के सिटी एसपी हैं। उनके सफलता के मंत्र और पढ़ाई करने के उम्दा टिप्स हर विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हैं।
जमशेदपुर, जेएनएन। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी प्रभात कुमार जमशेदपुर के सिटी एसपी हैं। उन्होंने डीएवी गल्र्स हाई स्कूल सोनारी में छात्राओं के सवालों के जवाब दिए। छात्राओं को सफलता के मंत्र दिए और पढ़ाई करने के उम्दा टिप्स भी। ये हर विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हैं।
उन्होंने कहा कि आज दुनिया के हर काम के लिए शार्टकट आ गया है। लेकिन, मेरा मानना है कि पढ़ाई में कोई शार्टकट नहीं होता। पढ़ाई की प्रक्रिया आज भी वही है जो 50 साल पहले थी। इसके लिए केवल और केवल मेहनत करनी होती है। इसलिए इसमें शार्टकट बिल्कुल न ढूंढ़ें।
प्रभात कुमार शनिवार को दैनिक जागरण के तत्वावधान में दयानंद आर्य वैदिक कन्या उच्च विद्यालय सोनारी में आयोजित 'कलम के सिपाही' कार्यक्रम में शामिल सैकड़ों छात्राओं को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांव के सरकारी स्कूल में सातवीं कक्षा तक की पढ़ाई मैंने बोरे पर बैठकर की है। पहले की तुलना में आज भटकाव ज्यादा है। वे ही लोग असफल हो रहे हैं जो शार्टकट के फेर में रहते हैं। भटकाव का कारण भी शार्टकट ही है। इसलिए संकल्प लें और पढ़ाई में शार्टकट का सदा के लिए भूल जाएं।
मोबाइल से रहे दूर
उन्होंने कहा कि मैं अपने आपको इसलिए भाग्यशाली मानता हूं कि मेरी पढ़ाई के समय मोबाइल नहीं था। तमाम समस्याओं की जड़ मोबाइल ही है। इसलिए कक्षा 12वीं तक मोबाइल को हाथ न लगाएं। अपने शिक्षक से बहुत जरूरी बात करनी हो तो अपने मम्मी-पापा के फोन से बात करें। पढ़ाई करते वक्त भटकाव इसलिए भी आता है कि आप सोचने लगती हैं कि फेल हो जाऊंगी तो क्या होगा? डॉक्टर-इंजीनियर नहीं बन पाई तो क्या होगा? इसलिए इस तरह की किसी उलझन में पडऩा ही नहीं है। मेरा व्यक्तिगत मानना है कि यदि इस तरह की उलझन या सवाल मन में आता है जिसका जवाब ही नहीं तो वो सवाल ही बकवास है। जो हो, बेस्ट होगा, आपको सिर्फ ये सोच कर पढ़ाई करनी है। आगे निश्चित सफलता मिलेगी।
12 महीने की पढाई एक महीने में नहीं हो सकती
उन्होंने कहा कि अपने कंपटीटर आप खुद हैं। इसलिए आज जो पढ़ाई की है, कल उससे भी बेहतर पढ़ाई करेंगे, यही भाव हमेशा मन में रखें। परीक्षा कब है, इसकी चिंता आपको बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। क्योंकि 12 महीने की पढ़ाई एक महीने में बिल्कुल नहीं हो सकती। परीक्षा के समय की चिंता वही लोग करते हैं जो 12 महीने की पढ़ाई एक महीने में करना चाहते हैं। रूटीन बना कर पढ़ें। अपने माता-पिता और शिक्षक पर विश्वास करें। प्रभात कुमार ने कहा कि अपने अंदर से जिज्ञासा जगाकर अपना लक्ष्य निर्धारित करें। अपना मजबूत विषय-पक्ष अपने माता-पिता के सामने खुलकर रखें। हमेशा ध्यान रखें कि अपने माता-पिता के जीवन की सबसे बड़ी आशा आप हैं।
छात्राओं को दिए ये महत्वपूर्ण टिप्स
- -पहला लक्ष्य 10वीं बोर्ड, 12वीं बोर्ड है। इसके बाद सोचना है कि क्या बनना है। जो सामने है उसके बारे में सबसे पहले सोचना है।
- -अच्छी स्टैंडर्ड किताबें कम से कम 10 बार पढ़ें।
- -जीवन कुछ बनने से पहले अच्छा इंसान बनना जरूरी है, इसलिए पहले अच्छा इंसान बनें।
- -अपने माता-पिता, शिक्षक व बड़े-बुजुर्ग की बात हर हाल में मानना है। इसमे टाल-मटोल न करें।
- -देश के कायदे-कानून का पालन अनिवार्य रूप से करें।
इन्होंने पूछे सवाल
जीवन में आगे बढऩे के लिए मार्गदर्शन करें?
-मुकुल चंद्रा, कक्षा नौ
परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
-सोनम, कक्षा आठ
पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए क्या करें?
-संजना कुमारी, कक्षा नौ
अपना कॅरियर बेहतर बनाने के लिए क्या-क्या करें?
-अमीषा, कक्षा नौ, निधि कुमारी, कक्षा आठ
आठवीं की बोर्ड परीक्षा कहां तक सही है?
-सुमन कुमारी, कक्षा आठ
आपने सिविल सेवा की तैयारी कैसे की?
-नेहा कुमारी, कक्षा नौ
नौवीं की बोर्ड परीक्षा में मूल्यांकन सही होगा?
-प्रीति कुमारी, कक्षा नौ
ये हुए शरीक
कार्यक्रम में सिटी एसपी के अलावा महर्षि दयानंद आर्य समाज के सचिव बाबूलाल, वाइस प्रेसिडेंट पोपट सिंह, सदस्य सुभाष चंद्र, सदस्य प्रवीन खन्ना, डीएवी हाईस्कूल की प्राचार्य रमाराय बनर्जी, मध्य विद्यालय की प्राचार्य के जयालक्ष्मी आदि मौजूद थे। गायत्री मंत्र के साथ सभी अतिथियों ने दी प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।