प्रेम प्रसंग का हुआ दु:खद अंजाम,तीन माह पहले लड़की के भाई ने की थी प्रेमी की पिटाई Jamshedpur News
पवन के दोस्त बताते हैं कि वो रिया को बहुत चाहता था। उनके बीच प्रेम के चर्चे सभी की जुबान पर थे और ये बात रिया के घर वालों को भी पता चल गई।
By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 29 Apr 2020 08:59 AM (IST)Updated: Wed, 29 Apr 2020 08:59 AM (IST)
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र के समता नगर के रहनेवाले छात्र पवन और रिया की हत्या के मामले की छानबीन जारी है। पुलिस को पता चला है कि दोनों के बीच डेढ़ साल से प्रेम संबंध था। दोनों इंटर कला के छात्र थे और मानगो के चेपा पुल पर रहने वाले करीम सिटी कॉलेज के एक अध्यापक से ट्यूशन पढ़ते थे। समता नगर से दोनों साथ में ही ट्यूशन पढ़ने जाते थे। यहीं इनके बीच प्यार परवान चढ़ा था। दोनों एक- दूसरे को जुनून की हद तक चाहते थे।
पवन के दोस्त बताते हैं कि वो रिया को बहुत चाहता था। उनके बीच प्रेम के चर्चे सभी की जुबान पर थे और ये बात रिया के घर वालों को भी पता चल गई। रिया के भाई रिशु को इस बारे में पता चला तो उसने पवन को हिदायत दी कि वो उसकी बहन का पीछा छोड़ दे। लेकिन, जब पवन और रिया नहीं माने तो घर वालों ने रिया का नाम जवाहर नगर के रोड नंबर 15 स्थित कॉलेज से कटवा कर उसे पढ़ने के लिए रांची भेज दिया। रांची में वीमेंस कॉलेज में उसका दाखिला कराया गया।
कुछ दिन पहले हुई थी पवन की पिटाई
इसके बाद भी जब भी रिया जमशेदपुर आती तो पवन से जरूर मिलती। पवन भी उससे मिलने रांची जाया करता था। ये खबर रिशु को मिली तो वो आग बबूला हो गया। वीरेंद्र यादव ने बताया कि तीन महीने पहले रिशु उनके घर दोस्तों के साथ आया और पवन को पकड़ कर ले गया। अपने घर ले जाकर उसकी पिटाई की और उसका मोबाइल भी तोड़ दिया। वीरेंद्र यादव ने पुलिस को बताया कि रिशु ने पवन को धमकी भी दी थी। पवन अभी नाबालिग है। वीरेंद्र यादव ने पुलिस को रो-रो कर बताया है कि उसके बेटे को रिया के घर वालों ने ही मार डाला है।
रिया की मां को छोड़कर चला गया है उसका पिता
रिया का मामा राजू राम मुगल गार्डन में गार्ड का काम करता है। राजू राम ने बताया कि रिया का पिता जीतेंद्र प्रसाद दारू पीता था। इसलिए वह अपनी पत्नी चंदा देवी को छोड़कर कई साल पहले ही चला गया था। इसके बाद चंदा देवी समता नगर में अपने बेटे रिशु और दो बेटियों बबली और रिया के साथ रहती थी। चंदा देवी दिल्ली पब्लिक स्कूल में आया का काम करती है। अभी लॉकडाउन होने की वजह से वह वहां नहीं जा रही है।
सुभाष यादव का मोबाइल फोन लेकर गया था पवन
विनोद यादव के घर औरंगाबाद के महुआ गांव का रहने वाला सुभाष यादव नामक युवक किराए पर रहता है। वह जवाहर नगर के 15 नंबर स्थित मानगो जलापूर्ति प्लांट में नौकरी करता है। सुभाष यादव ने बताया कि पवन रात में उसका मोबाइल चला रहा था। सुभाष यादव के अनुसार उसकी रात 10 बजे करीब आंख लग गई। लगभग चार बजे रिया का भाई रिशु वहां आया और उस को जगाया तो उसकी आंख खुली। रिशु ने बताया कि रिया नहीं है। इसके बाद उसने पवन को देखा तो पवन भी नहीं था।
घटनास्थल पर रिया के मामा व पवन के पिता में हो गई झड़प
घटनास्थल पर रिया के मामा राजू राम और पवन के पिता वीरेंद्र यादव के पिता के बीच झड़प हो गई। वीरेंद्र दोनों की हत्या के मामले में रिया के परिजनों को दोषी बता रहे थे। उनका कहना था कि रिया के परिजनों ने ही पवन व रिया की हत्या की है। यही नहीं, जब दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम ले जाए गए तो वहां भी दोनों के बीच विवाद हुआ। पुलिस ने बीच बचाव कर दोनों को अलग किया था।
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