विमलदीप की एक कंपनी पर तीन बैंकों ने किया कब्जा
आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के तीसरे फेज में संचालित स्पंज आयरन कंपनी, विमल दीप की जमीन व परिसंपत्ति पर तीन बैंकों ने कब्जा कर लिया है।
जमशेदपुर, जेएनएन। आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के तीसरे फेज में संचालित विमलदीप स्टील प्राइवेट लिमिटेड और विमलदीप मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड की जमीन व परिसंपत्ति पर तीन बैंकों ने कब्जा कर लिया है। कंपनी पर तीनों बैंकों के कुल 72 करोड़ रुपये का ऋण बकाया है। इससे बैंकों के बकाये वाली कंपनियों के मालिकों में हड़कंप मचा हुआ है।
विमल दीप कंपनी ने व्यापार संचालित करने के लिए बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और आइडीबीआई से कुल 72 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। लेकिन 2011 में आई आर्थिक मंदी के बाद कंपनी कभी घाटे से उबर नहीं पाई। जब तीनों बैंकों ने कंपनी प्रबंधन को कर्ज लौटने के लिए कई बार नोटिस जारी किया तो बैंक के अधिकारियों के अनुसार कंपनी ने खुद को डिफॉल्टर (एनपीए) घोषित कर लिया।
बैंक अधिकारियों के अनुसार मेसर्स विमल दीप स्टील प्राइवेट लिमिटेड को सिक्योरोटाइजेशन एंड री-कंस्ट्रक्शन ऑफ फायनांशियल एसेट्स एंड इनफोर्समेंट ऑफ सिक्योरिटी इंटरेस्ट एक्ट 2002 की धारा 14 के तहत ऋण प्रदान किया गया था। कंपनी प्रबंधन ने बैंक से ऋण लेने के लिए आयडा की लीज पर मिले 13 एकड़ के भूखंड को जमानत के तौर पर रखा था।
पुलिस फोर्स के साथ बैंक की टीम पहुंची कब्जा जमाने
उपायुक्त के आदेश के बाद तीनों बैंकों के अधिकारी, अंचलाधिकारी चंद्रशेखर तिवारी, अमीन चैतन्य सिंह मुंडा की टीम व सशस्त्र पुलिस बल के साथ विमल दीप कंपनी में कब्जा जमाने पहुंची थी। बैंकों द्वारा बिना किसी शोर-शराबे के परिसंपत्ति पर कब्जा जमाया। वहीं, कंपनी पर दखल करने पहुंचे बैंक के अधिकारियों में पीएनबी के इंद्रजीत, बैंक ऑफ बड़ौदा सेपीयूष प्रियदर्शी व आईडीबीआई से संजय नारायण शामिल थे।