ओडिशा से आनेवालों की सख्ती से हो जांच, एडीएम ने किया चेकपोस्ट का निरीक्षण Jamshedpur News
चेकपोस्ट पर तैनात दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों को सख्ती से सरकार एवं जिला प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन कराने को कहा गया है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। अपर जिला दंडाधिकारी (एडीएम) नंदकिशोर लाल सोमवार को हाता गए थे, जहां उन्होंने हाता के अलावा ओडिशा सीमा पर स्थित तिङ्क्षरग चेकपोस्ट का भी निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने चेकपोस्ट पर तैनात दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों को सख्ती से सरकार एवं जिला प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन कराने को कहा। सख्त निर्देश दिया गया कि बिना ट्रैवल पास के दूसरे राज्य से कोई जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करे।
इसके अलावा मोटरसाइकिल या बाइक पर एक व्यक्ति और ऑटो रिक्शा या टेंपो में चालक समेत दो यात्री को ही यात्रा की अनुमति है। इससे ज्यादा यात्रियों के परिवहन पर रोक है, इसका अनुपालन कराएं। जो वाहन चालक नियमों का अनुपालन नहीं कर रहे हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई करें। यातायात के समय मास्क, शारीरिक दूरी व सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना अनिवार्य है।
यात्री निजी व वाणिज्यिक वाहनों का प्रवेश जिले में मूवमेंट पास के बिना नहीं करने दें। छोटे-बड़े सभी वाहनों की जांच करें। रजिस्टर में उनकी पूरी विवरणी अंकित करें। मेडिकल टीम द्वारा ई-पास लेकर प्रवेश करने वालों की थर्मल स्क्रीङ्क्षनग करें। मालवाहक वाहनों के प्रवेश व निकासी पर रोक नहीं है। इस मौके पर पोटका के प्रखंड विकास पदाधिकारी कपिल कुमार, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस बल उपस्थित थे।
टीएमएच में कोरोना के इलाज में नियम का पालन हो रहा या नहीं, डीसी ने मांगी रिपोर्ट
टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में कोरोना मरीजों के इलाज में नियम का पालन हो रहा या नहीं, इसे लेकर जिले के उपायुक्त सूरज कुमार ने सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा से रिपोर्ट तलब किया है। डीसी ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर कहा है कि टीएमएच कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित है। वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण से संक्रमित मरीजों का इलाज उस अस्पताल में चल रहा है।
इलाज के क्रम में कई मरीजों की कोरोना वायरस से मृत्यु हो चुकी है। अत: टीएमएच में इलाज के क्रम में वायरस के इंफेक्शन को फैलने से रोकने हेतु इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का अनुपालन हो रहा है अथवा नहीं। इस संबंध में टीम गठित कर जांच करायी जाए। अबतक हुई मृत्यु के संबंध में एक तथ्यात्मक प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाए।