टाटा स्टील के एजीएम में एक शेयरधारक ने उठाई थी ये बात, चंद्रशेखरन ने कहा था - अमल में लाएंगे, जाने क्य थी वो बात
टाटा स्टील की एजीएम में तीन घंटे तक शेयरधारकों के सवालों का जवाब भी दिया गया। इस दौरान एक शेयरधारक ने उस मामले को उठाया जिसे कंपनी के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने सही माना और उसे अमल में लाने की बात कही थी।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा स्टील की छठीसमेकित और 114वीं वार्षिक आमसभा पिछले दिनों ऑनलाइन हुई। इस आमसभा में टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन सहित कंपनी के कई वरीय अधिकारी मुंबई स्थित मातोश्री बिड़ला सभागार में उपस्थित थे।
आमसभा के दौरान चेयरमैन ने कंपनी की नीतियों सहित टाटा स्टील के भविष्य की योजनाओं पर अपने विचार रखे। साथ ही लगभग तीन घंटे तक शेयरधारकों के सवालों का जवाब भी दिया। इस दौरान एक शेयरधारक ने उस मामले को उठाया, जिसे कंपनी के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने सहीं माना और उसे अमल में लाने की बात कही थी।
ये है वो बात
आमसभा के दौरान एक शेयरधारक ने चेयरमैन से कहा कि अधिकतर कंपनियों में सिस्टम अपडेट करने के लिए नई-नई मशीनें मंगवाई जाती है। कई बार ऐसा होता है कि मशीनें आकर कई दिन व महीनों तक पड़ी है। फिर जब उसे स्थापित किया जाता है और वह अपने प्रदर्शन के अनुरुप प्रदर्शन नहीं करती है तो उसे वापस किया जाता है। लेकिन संबधित मशीन की वॉरंटी तीन माह से एक साल तक होती है। यदि मशीन को इंस्टॉल करने में देरी हुई तो वॉरंटी अवधि खत्म हो जाती है। ऐसे में कंपनी को करोड़ों का नुकसान होता है क्योंकि तब जिस कंपनी से मशीन आयी है वह भी वॉरंटी की अवधि खत्म होने के बाद अपना पल्ला झाड़ लेती है। टाटा स्टील या उसकी अनुषंगी इकाइयों में ऐसा न हो, इसलिए इस दिशा में पहल करना चाहिए। क्योंकि इससे सिर्फ कंपनी का ही नहीं बल्कि सभी शेयरधारक को भी नुकसान होता है। इस दौरान चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने भी माना कि संबधित शेयरधारक का सुझाव सही है। उन्होंने भी इस दिशा में पहल करने और उनके सुझाव को अमल में लाने का आश्वासन दिया। शेयरधारक का कहना था कि किसी भी मशीन को लगाने के लिए एक समय अवधि तय होनी चाहिए। इससे कंपनी मशीन खराब होने पर आर्थिक नुकसान से बच सकती है।