Technology : संक्रमित क्षेत्र को 50 मीटर दूर से ही सैनिटाइज करेगी यह मशीन Jamshedpur News
Technology. जमशेदपुर के सोनारी निवासी राजेश कुमार ने ऐसी सैनिटाइजर मशीन का निर्माण किया है जो 50 मीटर दूर से ऊंची इमारतों और संक्रमित क्षेत्र को सैनिटाइज कर सकती है।
जमशेदपुर,मनोज सिंह। झारखंड के जमशेदपुर के सोनारी निवासी राजेश कुमार ने ऐसी सैनिटाइजर मशीन का निर्माण किया है, जो 50 मीटर दूर से ऊंची इमारतों और संक्रमित क्षेत्र को सैनिटाइज कर सकती है। मशीन का निर्माण करने के पीछे उनकी सोच भी यही थी।
आने वाले समय में झारखंड के शहरों में तो इसकी मांग होगी ही, साथ ही दूसरे राज्यों में भी इस मशीन को बेचा जा सकेगा। राजेश कहते हैं कि उनकी मशीन की खासियत यह है कि इसका इस्तेमाल कोरोना की रोकथाम में वायरस के खात्मे के लिए दवा या केमिकल का छिड़काव आसानी से कर सकते हैं। इस मशीन का उपयोग ऊंचे शॉपिंग मॉल, अपार्टमेंट, अस्पताल से लेकर भीड़-भाड़ वाले स्थान पर आसानी से किया जा सकता है।
बिजली कटी तो बैट्री से चलेगी
इस मशीन में बैट्री भी लगी हुई है। जब बिजली नहीं रहेगी या कट जाएगी तो यह अपने आप बैट्री से चलने लगेगी। इसकी वजह से मशीन का उपयोग शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी किया जा सकेगा। राजेश कहते हैं कि इस मशीन को एक स्थान पर रखकर 40 से 50 मीटर की दूरी तक छिड़काव कर सकते हैं। उंची बिल्डिंग की तीन मंजिल तक मशीन को जमीन पर नीचे रखकर पाइप से छिड़काव किया जा सकता है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी वायरस को फैलने से रोकने में यह मशीन बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकेगी।
15-18 हजार की लागत है इस मशीन की
मशीन के निर्माता राजेश ने बताया कि इसकी लागत बाजार में 15-18 हजार रुपये होगी। सोनारी स्थित उनकी कंपनी में मिस्ट कैनन नामक उपकरण भी बनता है। इस उपकरण से पानी को 100 मीटर दूर तक फेंका जा सकता है। एक मित्र ने सुझाव दिया कि लॉकडाउन में कंपनियां बंद हैं, ऐसी स्थिति में क्यों नहीं ऐसी सैनिटाजर मशीन का निर्माण किया जाए। इसे सरकार से भी अनुमति मिल जाएगी और बेरोजगारों को रोजगार मिल जाएगा। यह बात अच्छी लगी और उन्होंने सैनिटाइजर मशीन बना डाली।
सैकड़ों लोगों को मिल सकेगा रोजगार
राजेश सूर्यकांत चावड़ा ने बताया कि कोई बेरोजगार यदि यह मशीन खरीद लेता है तो इससे वह लॉकडाउन रहे या ना रहे दुकानों में सैनिटाइज करने का 10 रुपये भी लेता है, तो दिन भर में 500 रुपये आसानी से कमा सकता है। राजेश कहते हैं कि यदि सब कुछ सही रहा तो वह जमशेदपुर के साथ रांची, धनबाद, बोकारो, चाईबासा, सरायकेला व हजारीबाग में भी अपनी मशीन की सप्लाई शुरू कर सकते हैं। इससे परोक्ष- अपरोक्ष रूप से सैकड़ों लोगों को रोजगार मिल सकेगा।