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Spine Problem : यह पांच बुरी आदतें जो आपकी पीठ को पहुंचाती है नुकसान, जानिए इससे बचने के उपाय

Spine Problem लगातार कंप्यूटर के पास बैठकर काम करने वाला हर इंसान रीढ़ की हड्डियों के दर्द से जूझ रहा है। स्पाइन प्रॉब्लम के कारण बैठना तो दूर ठीक से सोना भी नहीं हो पाता है। अगर सावधानी बरतें तो बरते तो इस बीमारी को दूर भगा सकते हैं...

By Jitendra SinghEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 11:15 AM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 04:57 PM (IST)
Spine Problem : यह पांच बुरी आदतें जो आपकी पीठ को पहुंचाती है नुकसान, जानिए इससे बचने के उपाय
Spine Problem : यह पांच बुरी आदतें जो आपकी पीठ को पहुंचाती है नुकसान

जमशेदपुर : हमारे शरीर के हर अंग विशेष महत्व है। इन्हीं में से एक हैं आपका स्पाइन या बैकबोन। इसके सहारे के बिना आप एक पल भी खड़े नहीं हो सकते। जी हां, आपके पैरों से ज्यादा आपकी रीढ़ की हड्डी आपके मूवमेंट के लिए जिम्मेदार है।

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लेकिन रोजमर्रा के जीवन में हम अक्सर इसे नजरअंदाज करते हैं। भारी समान उठाना, गलत मुद्रा में बैठना या लेटना, लंबे समय तक झुककर काम करना आदि कुछ ऐसी आदतें हैं जो आपके स्पाइन को नुकसान पहुंचा सकती है। इस संबंध में जानकारी दे रही हैं शहर की योगा मास्टर श्वेता पाठक, कैसे बचा सकते हैं अपने स्पाइन को।

गलत पॉस्चर में बैठना

कूबड़ निकाल कर या बहुत ज्यादा झुक कर बैठना आपकी रीढ़ की हड़डी के प्राकृतिक संरेखण को प्रभावित करता है। इससे आपकी पीठ के नीचले हिस्से पर अधिक दबाव पड़ता है और आपकी स्पाइन में दर्द शुरू हो सकती है। इसलिए हर आधे घंटे में अपने सिर और गर्दन को धीरे-धीरे ऊपर-नीचे और दाएं-बाएं घुमाएं। प्रभावित क्षेत्र पर आइस पैक या हीटिंग पैड लगाएं। अगर दर्द दूर नहीं होता है तो अपने डाक्टर से मिलें।

गलत गद्दे पर सोना

आपकी रीढ़ की हड्डी सही सलामत रहे इसके लिए सही गद्दे का चुनाव करना बहुत जरूरी है। यह आपकी पीठ को सीधी रखने के लिए कड़क होना चाहिए। साथ ही आपके शरीर को आराम देने के लिए नरम। यदि आप सही गद्दे पर नहीं सोते हैं तो यह लंबे समय तक आपकी मांसपेशियों और हड्डियों को गलत पॉश्चर में रखेगा। इससे आगे चलकर पीठ में गंभीर दर्द हो सकता है।

पेट के बल सोना

यदि आपको पहले से पीठ दर्द की समस्या है, तो पेट के बल सोना आपको नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे सोने से आपके ऑस और टर्न होने की संभावना अधिक होती है। इसके कारण गर्दन औश्र पीठ के निचले हिस्से दोनों में खिंचाव हो सकता है। यदि आप एक बेली स्लीपर हैं और करवट लेते हैं, तो यह आपके स्पाइन पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।

लगातार बैठकर काम करना

आज के समय लोग अपने कार्यालय में लंबे समय तक काम करते हैं। लंबे समय तक काम करने की वजह ही आपकी पीठ की मांसपेशियशें, गर्दन और रीढ़ पर जोर देता है। झुकना इसे और ख्रराब कर देता है। आप चाहे कितनी भी आरामदेह कुर्सी या व्यवस्था में क्यों न बैठ जाएं, आपकी पीठ के लिए लंबे समय तक बैठना सही नहीं है। अपने शरीर को आराम देने के लिए हर आधे घंटे में कुछ मिनट के लिए उठें और घूमें।

व्यायाम नहीं करना

यदि आप सक्रिय नहीं है तो आपको पीठ दर्द होने की अधिक संभावना है। आपकी रीढ़ को मजबूत पेट और पीठ की मांसपेशियों के सहारे की जरूरत होती है। इसके लिए व्यायाम करना बहुत जरूरी है। रोजमर्रा की गतिविधियां जैसे सीढ़ियां चढ़ना, पैदल चलना आदि आपके डिस्क को मजबूत और लचीला बनाता है। इस गतिविधियशें की कमी से आपको रीढ़ की हड्डी से संबंधित परेशानियां हो सकती है।

अगर आप पीठ दर्द या रीढ़ की हड्डी में परेशानी महसूस करते हैं तो करें यह उपाय

कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करें

अपनी रीढ़ की हड्डी को जमबूत रखने के लिए कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करना बहुत जरूरी है। प्रोटीन व कैल्शियम से भरपूर आहार आपको ऑस्टियोपरोसिस जैसी बीमारी के जोखिम से बचाता है। साथ ही विटामिन डी आपकी हड्डियों को मजबूत रखता है। इसलिए हर रोज सुबह के समय आप धूप में बिताएं। ज्यादा पानी का सेवन भी आपके नए सेल्स और टिश्यू को लचीला बनाने में मदद करता है।

भारी सामान न उठाएं

गलत मुद्रा में या भारी सामान उठाना आपकी रीढ़ की हड़्डी पर दबाव डाल सकता है। इससे स्लिप डिस्क या फ्रैक्शन जैसी समस्या भी हो सकती है। सामान उठाते समय अपनी मुद्रा पर ध्यान दें। इतना ही नहीं उठते-बैठते समय भी सही मुद्रा का पालन करना बहुत जरूरी है। क्षमता से अधिक सामान उठाना प पीठ पर झुकाकर रखना रीढ़ पर दबाव डालता है।

सेतुबंध आसन कमर दर्द के लिए है कारगर

अपनी रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाने के लिए कुछ विशेष व्यायाम या योग की जरूरत होती है। इससे पीठ संबंधी समस्याओं से बचने में मदद मिलेगी। आप भुजंगासन, सेतुबंधासन, मार्जरीआसन आदि जैसी योग मुद्रा का नियमित अभ्यास कर सकते हैं। इसके अलावा साइकिल चलाने, तैराकी जैसे कम प्रभाव वाले व्यायाम आपकी रीढ़ की हड्डियों के बीच डिस्क की रक्षा करने में मदद कर सकता है।


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