Indian railway : सीकेपी मंडल के 3500 महिला रेलकर्मियों के लिए नहीं हैं चेंजिंग रूम Jamshedpur News
Indian Ralway. चक्रधरपुर रेल मंडल की 3500 महिला रेलकर्मियों के लिए चेंजिंग रूम नहीं है। न उनके लिए बैठने की जगह और न टिफिन खाने का स्थान।
जमशेदपुर, गुरदीप राज। Indian Railway चक्रधरपुर मंडल में करीब 3500 महिला रेलकर्मी कार्यरत हैं, लेकिन इनके लिए एक भी चेजिंग रूम नहीं है, जिसके कारण महिला रेलकर्मियों को अपनी ड्यूटी के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ये कर्मचारी टाटानगर, बंडामुंडा, चक्रधरपुर सहित अन्य स्टेशनों में कार्यरत हैं, लेकिन इन महिला रेलकर्मियों को न बैठने की सुविधा है और न ही टिफिन खाने की। टाटानगर के वाशिंग लाइन में महिला रेलकर्मियों के लिए एक वाशरूम की व्यवस्था थी, लेकिन उसे भी तोड़ दिया गया। डीआरएम वीके साहू के साथ दो दिवसीय स्थायी वार्ता तंत्र (पीएनएम ) की बैठक में महिला वाशरूम व चेजिंग रूम का मुद्दा उठाया गया। जिसपर डीआरएम ने एक माह के अंदर चेजिंग रूम व वाशरूम बनवाने का आश्वासन दिया। वहीं चक्रधरपुर मंडल में जहां जर्जर स्थिति में वाशरुम है उसे दुरुस्त करने का भी निर्देश डीआरएम ने दिया है।
न ही बैठने और न ही टिफिन खाने की व्यवस्था
टाटानगर में करीब 800 महिला रेलकर्मी, बंडामुंडा में करीब 500 महिला रेलकर्मी व चक्रधरपुर में सबसे ज्यादा महिला रेलकर्मी कार्यरत हैं। इन महिला रेलकर्मियों को टिफिन टाइम में रेलवे की ओर से अपना कोई रूम उपलब्ध नहीं कराया गया है, जहां बैठकर वे लोग भोजन कर सके या कुछ देर आराम कर सके। ड्यूटी ऑवर में यह महिला रेलकर्मी अपने दफ्तर में ही यात्रियों व अन्य के सामने बैठकर टिफिन खाने के लिए मजबूर है। महिलाओं के लिए चेंजिंग रुम बनाने के लिए मेंस कांग्र्रेस के पदाधिकारियों ने कई बार आंदोलन और पत्राचार किया, लेकिन सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन महिला रेलकर्मियों व मेंस कांग्र्रेस के नेताओं को दिया जा रहा है।
बड़े स्टेशनों में महिलाओं के लिए चेजिंग रूम अनिवार्य
दक्षिण पूर्व रेलवे के बड़े स्टेशनों में महिलाओं के लिए चेजिंग रूम व बैठने के लिए अलग से व्यस्था करने का नियम है, लेकिन टाटानगर स्टेशन ए वन स्टेशन होने के बावजूद यहां महिला रेलकर्मियों के लिए एक चेंजिंग रूम तक नहीं है।
इनकी सुनें
चक्रधरपुर मंडल के कई बड़े स्टेशनों में महिलाओं के लिए न ही चेंजिंग रूम है और न ही वाशरूम की व्यवस्था। इस समस्या से जब डीआरएम को अवगत कराया तो उन्होंने एक माह के अंदर चेंजिंग रूम बनाने का आश्वासन दिया।
- शशि मिश्रा, मेंस कांग्रेस मंडल संयोजक