बिल्ला फायरिंग केस में बड़ा खुलासा, सीजीपीसी कार्यालय के रूम में ठहरे थे शूटर Jamshedpur news
गुरचरण सिंह बिल्ला पर बिल्ला पर गोली चलाने वाले शूटर सीजीपीसी कार्यालय के रूम में ठहरे थे ।यही मुखे व अंबे ने शूटरों के साथ घटना को अंजाम देने पर किया था मंथन।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बिल्ला पर गोली चलाने वाले शूटरों को साकची गुरुद्वारा के पास स्थित सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के कार्यालय के ऊपर रूम में ठहराया गया था। इसके पहले दोनों शूटर सीजीपीसी कार्यालय में बैठे सीजीपीसी के अध्यक्ष गुरमुख सिंह मुखे और उनके साथी अमरजीत सिंह अंबे के साथ बैठ कर घटना को अंजाम देने पर मंथन भी किया था।
शूटरों को सीजीपीसी कार्यालय लेकर पहुंची पुलिस
सीतारामडेरा पुलिस ने गुरचरण सिंह बिल्ला पर गोली चलाने वाले दोनों शूटर गालूडीह के उत्तम पंडा उर्फ बूढा और नीमडीह के राज किशोर महतो को सुबह तकरीबन साढ़े 10 बजे सीजीपीसी के कार्यालय लेकर पहुंची। यहां दोनों शूटरों ने सीजीपीसी के कार्यालय की पहचान की जहां उन्होंने घटना से एक दिन पहले वो बैठ कर मुखे व अंबे से बात की थी। इसके बाद दोनों शूटर कार्यालय के ऊपर स्थित सीजीपीसी के रूम में पहुंचे। यहां उन्होंने उस रूम की पहचान की जहां उन्हें आठ नवंबर की रात ठहराया गया था।
सुबह तीन बजे शूटरों को ले जाया गया एग्रिको
एसपी कार्यालय पहुंचे सिख समाज के प्रतिनिधि।
शूटरों ने पुलिस को बताया कि उन्हें नौ नवंबर को सुबह तीन बजे सीजीपीसी के रूम से एग्रिको ले जाया गया था। यहीं से शूटर बाइक पर सीतारामडेरा थाना वाली रोड से स्कूल के सामने पहुंचे और बिल्ला पर गोलियां तड़तड़ाईं।दो बाइक पर आए थे चार शूटर
एसएसपी ने बताया कि बिल्ला को गोली मारने चार शूटर आए थे। इनके पास चार पिस्टल थी। इनमें से तीन पिस्टल पुलिस ने बरामद कर ली है। एक पिस्टल फरार दो शूटरों के पास हैं।
डेढ़ महीने तक मुखे व अंबे ने की थी रेकी
गुरचरण सिंह बिल्ला पर हमले की साजिश रचने वाले गुरमुख सिंह मुखे और अंबे डेढ़ महीने से रेकी कर रहे थे। घटना वाले दिन भी मुखे व अंबे बोलेरो से घटना स्थल के आसपास मंडरा रहे थे और शूटरों से संपर्क में थे।
पांच लाख में ली थी हत्या की सुपारी
उत्तम पंडा ने गुरचरण सिंह बिल्ला की हत्या करने की सुपारी पांच लाख रुपये में ली थी। इसके लिए उसे 50 हजार रुपये एडवांस दिए गए थे। लेकिन, उत्तम के शूटर घटना को अंजाम नहीं दे पाए।
उत्तम का नहीं है कोई आपराधिक इतिहास
एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि उत्तम पांडेय उर्फ बूढा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। उस पर कोई केस नहीं है। जबकि, राजकिशोर महतो पर सरायकेला जिले में चार केस हैं।
टिनप्लेट गुरुद्वारा के सामने ही गोली मारने का था प्लान
पुलिस ने बताया कि गुरमुख सिंह मुखे और अंबे ने पहले टिनप्लेट गुरुद्वारा के सामने ही गुरचरण पर गोली चलाने की योजना बनाई थी। लेकिन, बाद में इसे बदल कर सीतारामडेरा गुरुद्वारा जाते समय सुबह घटना को अंजाम देने का प्लान बना।
सीजीपीसी कार्यालय के केयर टेकर का कोर्ट में बयान
सीतारामडेरा पुलिस ने सीजीपीसी के कार्यालय के केयर टेकर महेंद्र सिंह का कोर्ट में बयान कराया है। महेंद्र का कोर्ट में 164 का बयान हुआ है। पुलिस ने भी सुबह सीजीपीसी कार्यालय जाकर महेंद्र सिंह से पूछताछ की थी। महेंद्र सिंह ने पुलिस के सामने ही दोनों शूटर उत्तम और राजकिशोर की पहचान की और पुलिस को बताया कि दोनों शूटर घटना से एक दिन पहले सीजीपीसी दफ्तर आए थे और रात भर यहां रूम में ठहरे थे।
पुलिस ने लिए सीजीपीसी कार्यालय से सीसीटीवी के छह फुटेज
सीतारामडेरा पुलिस ने कोर्ट में सीजीपीसी के केयरटेकर का धारा 164 का बयान कराने के बाद सीजीपीसी कार्यालय पहुंची। यहां पुलिस ने सीसीटीवी के छह फुटेज लिए हैं। ये सीसीटीवी फुटेज सुबूत के लिए लिए गए हैं। इन्हें सुबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सीजीपीसी कार्यालय में बिल्ले की मां ने जड़ा ताला
सीजीपीसी जमशेदपुर कार्यालय में ताला जड़ते नाराज सिख समाज के लोग।
झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला की मां ने सोमवार को सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यालय में ताला लगा दिया। उनके साथ गुरुचरण बिल्ला के समर्थक व बोर्ड के अधिकारी व सदस्य मौजूद थे। ताला लगाने के बाद उन लोगों ने एसएसपी अनूप बिरथरे को मामले से अवगत कराया। इसपर एसएसपी ने ताला खोलने के लिए कहा, जिसके बाद ताला खोल दिया गया। इस पूरी घटनाक्रम के दौरान सीजीपीसी के कोई भी पदाधिकारी उस वक्त कार्यालय में उपस्थित नहीं थे।
बैठक कर घटना की निंदा की गई
घटना की सूचना मिलने के बाद जब वे लोग सीजीपीसी कार्यालय पहुंचे तो कार्यालय का ताला खुला हुआ था। जिसके बाद सीजीपीसी के पांच सदस्यीय कमेटी ने बैठक कर आगे की गुरुचरण सिंह बिल्ला पर हुई फायङ्क्षरग की घटना की निंदा की। कमेटी के सदस्यों ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच करे और जो दोषी है उस पर कार्रवाई करे। पूरे घटनाक्रम में सीजीपीसी का कोई रोल नहीं है और न ही सीजीपीसी के किसी पदाधिकारी को घटनाक्रम की जानकारी थी। बैठक में जागीर सिंह महेंद्र सिंह, भगवान सिंह, हरविंदर सिंह मंटू, दलबीर सिंह, तारा सिंह सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
बोर्ड की भी बैठक हुई
दूसरी ओर झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड की बैठक साकची कार्यालय में शमशेर सिंह सिद्धू की अध्यक्षता में हुई । बैठक में वक्ताओं ने अफसोस जताया कि गुरचरण सिंह बिल्ला पर गोली चलाने की साजिश सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के दफ्तर में बनी। जो चिंताजनक है। इस घटना को बीते एक महीने से ज्यादा हो चुके हैं परंतु सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अपनी बैठक में निंदा प्रस्ताव भी पारित नहीं किया है। बैठक में कहा गया कि गुरमुख सिंह मुखे व अमरजीत सिंह अंबे को कमेटी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।
गुरुद्वारों में रखी जाएगी बात
शूटरों को लेकर सीजीपीसी कार्यालय पहुंची पुलिस।
बैठक में ही तय किया गया कि लोकतांत्रिक तरीके से सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवं सभी गुरुद्वारा कमेटियों के प्रधान के समक्ष वस्तु स्थिति को रखा जाएगा और उसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। ऐसे प्रधान एवं तत्वों को संगत के बीच बेनकाब किया जाएगा जो सच एवं पंथ के साथ नहीं हैं।
पटना भी दी गई जानकारी
सीजीपीसी कार्यालय में सोमवार को हुई घटना की जानकारी प्रतिनिधि बोर्ड की ओर से श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर एवं तख्त श्री हरिमंदिर साहिब पटना को दी जा रही है और उनसे भी मार्गदर्शन मांगा गया है। बैठक में महासचिव अमरजीत सिंह भामरा, जोगिंदर सिंह जोगी, सुरजीत सिंह खुशीपुर, रंगरेटा महासभा के मनजीत सिंह, बलजीत सिंह, अमरजीत सिंह जसपाल सिंह, सतपाल सिंह, सुखविंदर सिंह हरजिंदर सिंह, तरलोचन सिंह, कुलविंदर सिंह आदि ने अपने विचार रखे।