कर्मचारी गया शादी करने और योजना हो गई बंद, अब लौटने का किया जा रहा इंतजार
पूर्वी सिंहभूम जिले की स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी है। हाल ही में लगभग 200 और कर्मचारियों को हटा दिया गया है। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। ताजा उदाहरण परसुडीह स्थित सदर अस्पताल की है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता : पूर्वी सिंहभूम जिले की स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी है। हाल ही में लगभग 200 और कर्मचारियों को हटा दिया गया है। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है।
विश्व की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम भी दम तोड़ने लगी है। ताजा उदाहरण परसुडीह स्थित सदर अस्पताल की है। यहां आयुष्मान योजना के तहत संचालित काउंटर बीते तीन दिनों से बंद है। नतीजा है कि लाभुकों की परेशानी बढ़ गई है। वह गोल्डन कार्ड या फिर इलाज कराने को पहुंच रहे हैं लेकिन उसका लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है। काउंटर पर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं होने से उन्हें निराशा ही लौटना पड़ रहा है।
दरअसल, आयुष्मान काउंटर पर सिर्फ एक ही कर्मचारी तैनात है। 100 बेड के अस्पताल में 24 घंटे सुविधा उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी सिर्फ एक कर्मचारी को थोप दिया गया है। जबकि पहले तीन कर्मचारी कार्यरत थे। इसमें दो को हटा दिया गया है। अब, इसी बीच आयुष्मान काउंटर पर तैनात कर्मचारी की शादी होने वाली है। वह छुट्टी लेकर गांव गया हुअा है, जिसके कारण योजना बंद हो गई है।
अब अधिकारी से लेकर लाभुक तक उसे आने का इंतजार कर रहे हैं। कारण कि उस योजना से संबंधित जानकारी अन्य कर्मचारियों को नहीं है। जबकि इतने बड़ी योजना के लिए कम से कम तीन से चार प्रशिक्षित कर्मचारी अवश्य होने चाहिए। पूर्वी सिंहभूम जिले में आयुष्मान योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रहा है। अबतक 30 हजार से अधिक लोगों की जान बचाई जा सकी है।