Good News : कोरोना काल के बाद टिनप्लेट में कर्मचारी पुत्रों की खुली किस्मत, अबतक 50 को नौकरी
कोरोना संक्रमण लगभग खत्म होने के कगार है। कोरोना काल के बाद टिनप्लेट में कर्मचारी पुत्रों की किस्मत खुल गई है। अबतक 40 से अधिक कर्मीपुत्रों को कंपनी ने नौकरी दी है। सभी को लिखित परीक्षा के आधार पर चयन किया गया है।
जमशेदपुर : कोरोना संक्रमण लगभग खत्म होने के कगार है। कोरोना काल के बाद टिनप्लेट में कर्मचारी पुत्रों की किस्मत खुल गई है। अबतक 40 से अधिक कर्मीपुत्रों को कंपनी ने नौकरी दी है। सभी को लिखित परीक्षा के आधार पर चयन किया गया है।
यूनियन की पहल पर ऐसे कर्मीपुत्रों को ठेकेदार के अंतर्गत काम दिलाया गया है। टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन के नेताओं का कहना है कि यहां आज भी हरेक माह कर्मीपुत्राें की बहाली हो रही है। आवश्यकता, कार्य व अवसर को देखते हुए हरेक माह छह-सात कर्मीपुत्रों की लिखित व मौखिक परीक्षा के आधार पर उन्हें नौकरी दी जा रही है। ये कर्मचारीपुत्री आईटीआई व डिप्लोमाधारक व इंजीनियर कीडिग्री हासिल की है। इसमें वीआरएस कर्मीपुत्र भी शामिल है। यूनियन के एक शीर्ष नेता ने बताया कि चालू माह में भी आधा दर्जन सीटों पर बहाली निकली है, जहां पर कर्मचारी पुत्रों को ही रखना है। कहा कि कोरोना काल के बीच कर्मचारीपुत्रों का नियोजन होना सुखद है।
उधर, टिनप्लेट वीआरएस कर्मचारी मंच के संरक्षक सह एनसीपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डां पवन पांडेय ने कहा कि टिनप्लेट कंपनी में 150 नये कर्मचारियों की नियोजन करने की बात सामने आई है।जिसमें दो दिन पहले लगभग 50 कर्मीपुत्रों की नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा हुई है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।यूनियन इसका विरोध करती हैं। पवन ने कहा कि कर्मचारियों को वीआरएस दिलाते वक्त कंपनी प्रबंधन ने यह वादा किया था कि कंपनी अगर बंद होने से बच जायेगी तो भविष्य ने कंपनी द्वारा निकलने वाले किसी भी नियोजन पर पहला अधिकार वीआरएस लेने वाले कर्मचारी पुत्रों की होगी। इसलिए मंच का मानना है कि कंपनी में निकलने वाले किसी भी नियोजन पर पहला अधिकार वीआरएस कर्मचारी पूत्रों का है।कंपनी प्रबंधन को समस्या का समाधान खोजना चाहिए न कि अपने नीति से नये समस्या को उत्पन्न करना चाहिए। वीआरएस यूनियन डीएलसी और प्रबंधन को वीआरएस कर्मचारी पुत्रों की एक सूची मंगलवार को देगी। फिर सूची के अनुसार नियोजन नहीं होने पर आंदोलन शुरू करेगी।