TMH में शुरू हो रही है टेलीफोनिक सर्विस, डाक्टर देंगे कोरोना पर जरूरी सलाह
TMH Jamshedpur टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) दो डॉक्टरों के साथ शुक्रवार से टेलीफोनिक सर्विस शुरू कर रहा है। टाटा स्टील के कर्मचारी टीएमएच विश्वास से इसके लिए नंबर ले सकते हैं जबकि गैर कंपनी कर्मचारियों को इसके लिए पैसे देने होंगे।
जमशेदपुर, जासं। टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) दो डॉक्टरों के साथ शुक्रवार से टेलीफोनिक सर्विस शुरू कर रहा है। टाटा स्टील के कर्मचारी टीएमएच विश्वास से इसके लिए नंबर ले सकते हैं जबकि गैर कंपनी कर्मचारियों को इसके लिए पैसे देने होंगे। इसमें टीएमएच के डाक्टर मरीजों को कोरोना से संबधित जरूरी जानकारी व दवा बताएंगे।
टाटा मेन हॉस्पिटल के स्वास्थ्य सलाहकाार डा. राजन चौधरी ने मंगलवार शाम टेली कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। बकौल डा. चौधरी, बिष्टुपुर स्थित साउथ पार्क स्थित टीएमएच क्लिनिक में लगातार कोविड स्क्रीनिंग के लिए मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में कंपनी के कर्मचारी या शहरवासी भी इसका लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए बुकिंग की लाइन गुरुवार से खुल जाएंगे। इसमें डाक्टर जो दवा बताएंगे उसे टीएमएच से लिया जा सकता है।
चार दिन में 226 संक्रमित मरीज भर्ती, 71 की हुई मौत
डा. चौधरी ने बताया कि पिछले चार दिनों में टीएमएच में 226 कोरोना से संक्रमित मरीज भर्ती हुए। जबकि 71 मरीजों की मौत हुई। इनमें सबसे ज्यादा 53 मरीज पूर्वी सिंहभूम के जबकि 11 सरायकेला-खरसवां के थे। वहीं, मरने वाले 42 मरीज 60 वर्ष से अधिक जबकि 24 मरीजों की 40 से 60 वर्ष के बीच थी। वहीं, डा. चौधरी ने बताया कि पिछले वेब की तुलना में इस बार संक्रमण और संक्रमित मरीजों की संख्या में चार गुणा तक बढ़ चुके हैं।
फुल लोड में टीएमएच, और बढ़ा नहीं सकते क्षमता
टीएमएच के स्वास्थ्य सलाहकार ने बताया कि टीएमएच अभी अपने फुल लोड पर काम कर रहा है। हम इससे अधिक अपनी क्षमता नहीं बढ़ा सकते हैं। उन्होंने बताया कि टीएमएच की ओर से 595 बेच संचालित है। इनमें से 150 बेड जीटी हॉस्टल-4 में जबकि 445 बेड टीएमएच में संचालित है। इनमें से 77 बेड इनवेसिव और इनवेसिव बेड है और सभी 368 बेड ऑक्सीजन युक्त है। ऑक्सीजन बेड संचालित करने में सबसे ज्यादा डाक्टर व कर्मचारियों की आवश्यकता है इसलिए हम अपनी क्षमता इससे अधिक नहीं बढ़ा सकते हैं।
डाक्टर व कर्मचारियों की हो गई है कमी
डा. चौधरी ने बताया कि टीएमएच में इन दिनों डाक्टर, नर्स और पारा मेडिकल स्टाफ की कमी हो गई है। वर्तमान में उनके 250 से ज्यादा डाक्टर व कर्मचारी या तो संक्रमित हैं या क्वारंटाइन हैं। इसके अलावा भी दो सप्ताह की ड्यूटी के बाद डाक्टरों को सात दिन की छुट्टी देनी होती है नहीं तो संक्रमण बढ़ सकता है। ऐसे में हम डाक्टर व नर्स की कमी से जूझ रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले माह कुछ और नए डाक्टर टीएमएच को मिलेंगे।
घर पर भी पहने मास्क
डा. राजन ने सभी शहरवासियों को घर पर भी कपड़े से बने दो परत वाले मास्क पहनने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि यदि कोई मेहमान बाहर से आते हैं या घर का ही कोई सदस्य संक्रमित होते हैं तो खुद तो मास्क पहने। साथ ही संक्रमित व्यक्ति को दूसरे से अलग रखे। यदि किसी को तीन-चार दिन तक सर्दी, खांसी या बुखार हो तो वे डाक्टरी सलाह व दवा लें। घर पर ऑक्सी मीटर व थर्मामीटर रखें। यदि शरीर का ऑक्सीजन का स्तर 90 से नीचे जा रहा है तो तुरंत नजदीकी अस्पताल जाएं। संक्रमित होने पर खूब पानी पीए और पौष्टिक भोजन लें।
टीएमएच में ऑक्सीजन की कोई समस्या नहीं
डा. चौधरी ने बताया कि टीएमएच में ऑक्सीजन की कोई समस्या नहीं है। लिंडे कंपनी हर दो दिन में तीन बार टीएमएच के ऑक्सीजन टैंक को भर देते हैं। वहीं, उन्होंने बताया कि वर्तमान में कई अस्पताल अपने यहां ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित कर रहे हैं।
आंकड़ों पर एक नजर
- 39.64 प्रतिशत हो चुका है टीएमएच का पॉजिटिविटी रेट, 18 अप्रैल को था 36.73 प्रतिशत
- 16 से 19 मौत हो रही है हर दिन
- 226 मरीज कोविड वार्ड में है भर्ती
- 77 इनवेसिव व नॉन इनवेसिव वेंटीलेटर बेड है टीएमएच में संचालित
- 20 एचएफएमओ बेड सरकार से मिले हैं मरीजों के इलाज के लिए, लेकिन ऑक्सीजन की होती है अधिक खपत
- 36,607 ले चुके हैं टीएमएच में वैक्सीन
- 5640 लोग ले चुके हैं वैक्सीन की डबल डोज