Move to Jagran APP

पेंशन प्रणाली के विरोध में शिक्षकों ने लगाया काला बिल्ला

पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा व बोड़ाम प्रखंड के शिक्षकों ने मंगलवार को काला बिल्ला

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 08:00 AM (IST)
पेंशन प्रणाली के विरोध में शिक्षकों ने लगाया काला बिल्ला
पेंशन प्रणाली के विरोध में शिक्षकों ने लगाया काला बिल्ला

संसू, पटमदा : पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा व बोड़ाम प्रखंड के शिक्षकों ने मंगलवार को काला बिल्ला लगाकर काम किया। बता दें, झारखंड में पहली दिसंबर 2004 से पूरानी पेंशन प्रणाली के बदले राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली को अपनाया गया। एनपीएस के अंतर्गत आनेवाले सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्त के बाद मिलने वाली पेंशन उनकी एनपीएस में जमा राशि पर निर्भर करती है। सेवा काल में वेतन और महंगाई भत्ता का 10 प्रतिशत राशि कर्मचारियों के वेतन से काटा जाता है और उतनी ही राशि सरकार द्वारा देकर उनके खाते में जमा की जाती है। इस राशि को शेयर आधारित मार्केट में निवेश किया जाता है। एनपीएस के तहत कर्मचारी सेवानिवृत्ति के समय कुल जमा कोष में से 60 प्रतिशत राशि निकालने का पात्र है। शेष 40 प्रतिशत जुड़ी राशि पेंशन योजना में चली जाती है। जिसका उपयोग वार्षिकी (एन्युटी) खरीदने में किया जाता है। इस योजना के सहारे सरकार ने स्वयं को पेंशन की जिम्मेदारी से मुक्त कर ली है। सरकार की भूमिका केवल शुरुआती दौर में बराबर के अंशदाता के रूप में है। कर्मचारियों को उनके सेवानिवृत्त के बाद निजी संस्थानों के भरोसे छोड़ दिया जाता है। इस योजना के तहत सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को पेंशन के रूप में बहुत कम राशि प्राप्त हो रही है। साथ ही यह राशि मंहगाई बढ़ने के साथ बढ़ती नहीं है। ऐसी परिस्थिति में सेवानिवृत्त कर्मचारी को जीवन यापन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी कर्मचारियों के सेवानिवृत्त के बाद के जीवन को चुनौतीपूर्ण बनाने वाली इस पेंशन योजना के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर एनएमओपीएस के बैनर तले विरोध करने के साथ ही पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग की जा रही है। इसके लिए झारखंड में भी कर्मचारी आंदोलनरत हैं। इसी आंदोलन की कड़ी में झारखंड में एन पी एस लागू होने की तिथि पहली दिसंबर को सरकारी कर्मचारी काला दिवस मना रहे हैं। डॉ मिथिलेश कुमार प्रधानाध्यापक प्लस टू हाई स्कूल पटमदा में शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर काला दिवस मनाते हुए राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली लागू दिवस का विरोध किया गया। जिसमें 2004 से नियुक्त सभी शिक्षकों ने समर्थन कर इस प्रणाली का विरोध किया।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.