TCS, Infosys : टीसीएस व इंफोसिस दुनिया की टॉप-3 मूल्यवान आईटी कंपनी, इन दिग्गजों को पछाड़ा
TCS Infosys टाटा समूह के लिए दोहरी खुशी। एक तरफ टाटा संस के चेयरमैन को केंद्र सरकार ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया तो दूसरी ओर सोने का अंडा देने वाली टीसीएस विश्व की टॉप-3 मूल्यवान कंपनी में शामिल हो गया। इस सूची में इंफोसिस का भी नाम है...
जमशेदपुर। दुनिया भर में शीर्ष तीन सबसे मूल्यवान आईटी सेवा ब्रांडों में से दो भारतीय हैं। दुनिया की अग्रणी ब्रांड वैल्यूएशन फर्म ब्रांड फाइनेंस की वार्षिक रिपोर्ट में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इंफोसिस ने आइबीएम को पछाड़कर क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर कब्जा कर लिया है।
एक्सेंचर ने लगातार चौथे वर्ष दुनिया की सबसे मूल्यवान और सबसे मजबूत आईटी सर्विस ब्रांड का खिताब बरकरार रखा है। समग्र ब्रांड वैल्यू का आकलन करने के अलावा ब्रांड फाइनेंस मार्केटिंग निवेश, कस्टमर फ्रेंडली, कर्मचारियों की संतुष्टि और कारपोरेट प्रतिष्ठा जैसे कारकों के आधार पर ब्रांडों की सापेक्ष ताकत का भी मूल्यांकन करता है। राजस्व पूर्वानुमानों के साथ-साथ, ब्रांड की ताकत ब्रांड मूल्य का एक महत्वपूर्ण कारक है।
इंफोसिस सबसे तेजी से बढ़ता ब्रांड
ब्रांड फाइनेंस ग्लोबल 500-2022 की रिपोर्ट में इंफोसिस को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते आईटी सर्विस ब्रांड के रूप में मान्यता दी गई है। वैश्विक स्तर पर सभी क्षेत्रों में शीर्ष 25 सबसे तेजी से बढ़ते ब्रांडों में से एक है। साल दर साल ब्रांड वैल्यू 52% बढ़कर 12.8 बिलियन डॉलर हो गई, जिसमें इंफोसिस ब्रांड फाइनेंस ग्लोबल 500-2022 की रैंकिंग में 56 स्थान ऊपर उठा है। कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर में एक डिजिटल संक्रमण की आवश्यकता को जन्म दिया। इंफोसिस ने चुनौती के लिए कदम बढ़ाया, जिसके परिणामस्वरूप इसका कारोबार 80 प्रतिशत तक हो गया। पिछले दो वर्ष में कंपनी ने ब्रांड वैल्यू में छलांग लगाई है।
इंफोसिस ने साझेदारी बढ़ाई
जिन्होंने थोड़ा सा भी ध्यान दिया होगा, उन्होंने इंफोसिस को सुरक्षित स्थान पर देखा होगा। कंपनी एटीपी, रोलैंड गैरोस और ऑस्ट्रेलियन ओपन के साथ अपनी साझेदारी जारी रखी है। इसने कई डिजिटल और ब्रांड साझेदारियों में रणनीतिक निवेश किया है। इसमें इंफोसिस की मैडिसन स्क्वायर गार्डन के साथ सिग्नेचर मार्केटिंग पार्टनरशिप भी शामिल है। इसके साथ ही इंफोसिस को न्यूयॉर्क निक्स, न्यूयॉर्क रेंजर्स और मैडिसन स्क्वायर गार्डन एरिना सहित प्रमुख एमएसजी संपत्तियों का आधिकारिक डिजिटल इनोवेशन पार्टनर बनाया।
टीसीएस ने रखी सधी हुई चाल
एक तरफ इंफोसिस ने एक महत्वपूर्ण छलांग लगाई, जबकि दूसरी ओर टीसीएस ने सधी हुई चाल रखी और शीर्ष के करीब पहुंच गया। यह दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान आईटी ब्रांड के स्थान पर था। टीसीएस के ताज में यह नवीनतम पंख भारत सरकार द्वारा टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन को पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा के एक दिन बाद आया है।
चंद्रशेखरन भारत में टॉप सीईओ के रूप में शुमार होते हैं। ये दुनिया के टॉप-250 सीईओ के ब्रांड फाइनेंस ब्रांड गार्डियनशिप इंडेक्स-2022 में वैश्विक स्तर पर 25वें स्थान पर हैं। चंद्रशेखरन टीसीएस के लाइफसेवर हैं। उन्होंने 1987 में आईटी प्रमुख के रूप में अपना कॅरियर शुरू किया और 2009 से 2016 तक इसके सीईओ बने रहे, जब तक उन्हें टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त नहीं कर दिया गया।
टीसीएस ने इस तरह बदला रूप
नवीनतम ब्रांड फाइनेंस रिपोर्ट में पाया गया है कि टीसीएस के ब्रांड मूल्य में 1.844 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि है। 2022 में इसकी ब्रांड वैल्यू 16.8 बिलियन डॉलर है। टाटा समूह की कंपनी ने 2021 में एक ब्रांड रिफ्रेश की शुरुआत की थी और एक नया ब्रांड स्टेटमेंट ‘बिल्डिंग ऑन बिलीफ' लांच किया, क्योंकि इसने टीसीएस को B2B से "B2B2C' प्लेयर में बदल दिया।
टीसीएस, द न्यूयॉर्क सिटी मैराथन, लंदन मैराथन, टोरंटो मैराथन, जगुआर टीसीएस रेसिंग टीम सहित दौड़ने और हाल ही में रेसिंग जैसे खेलों में अपने प्रायोजन और साझेदारी के कारण बड़े पैमाने पर विश्व स्तर पर सबसे अधिक मान्यता प्राप्त भारतीय ब्रांडों में से एक है।
ग्लोबल-500 में किया प्रवेश
एशिया-प्रशांत के भीतर विशेष उप-क्षेत्रों को देखते हुए, टाटा समूह दक्षिण एशिया में सबसे मूल्यवान ब्रांड है। पिछले वर्ष की तुलना में 12 प्रतिशत की वृद्धि के बाद 23.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर के ब्रांड मूल्य के साथ टॉप-100 में भारत का एकमात्र प्रवेश है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि टाटा समूह का प्रदर्शन 2021 में अपेक्षाओं से अधिक था, कई नए अधिग्रहणों और साझेदारियों के कारण और समूह की प्रमुख कंपनियों के रूप में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज से लेकर टाटा स्टील तक में बड़ी वृद्धि देखी गई। टाटा समूह की 20 सूचीबद्ध सहायक कंपनियों का बाजार पूंजीकरण भारत में 70 सूचीबद्ध केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसयू) से अधिक हो गया है।