टायो रोल्स को तीसरी तिमाही में 464 लाख रुपये का घाटा
tayo rolls. टायो रोल्स कंपनी को 31 दिसंबर 2018 को समाप्त तीसरी तिमाही में 464 लाख और वित्तीय वर्ष 2018-19 के नौ माह में 1,571 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टायो रोल्स कंपनी को 31 दिसंबर 2018 को समाप्त तीसरी तिमाही में 464 लाख और वित्तीय वर्ष 2018-19 के नौ माह में 1,571 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
टाटा रोल्स प्रबंधन की ओर से शुक्रवार को निदेशक के शंकर मरार ने वित्तीय आंकड़ों का विज्ञापन जारी किया है। इसमें प्रबंधन ने दावा किया है कि परिसंपत्ति से ज्यादा कंपनी की देनदारी हो चुकी है। कंपनी को अब तक की संचित हानि के रूप में 52,971 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है।
प्रबंधन का कहना है कि कंपनी ने सितंबर 2016 में विभिन्न कारणों से परिचालन बंद कर दिया। जिससे कारोबार स्थिर हो गया। दस जनवरी 2019 को अंकेक्षण कमेटी ने वित्तीय परिणामों की समीक्षा की जिसे निदेशक मंडल ने अपनी मंजूरी दी है। आंकड़ों के तहत कंपनी ने भुगतान की गई इक्विटी शेयर पूंजी (वास्तविक मूल्य 10 रुपये प्रति शेयर) से 4.53 लाख रुपये का घाटा हुआ।
प्रोमोटर को हस्तांतरित करने में फंसा है पेंच
पिछले दिनों टायो रोल्स की 350 एकड़ जमीन से टाटा स्टील प्रबंधन को दावा छोड़ने का आदेश दिया गया था ताकि उक्त जमीन किसी प्रमोटर को हस्तांतरित किया जा सके। आदेश नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की कोलकाता बेंच के न्यायधीश जिनन केआर ने दिया था। टायो संघर्ष समिति द्वारा एनसीएलटी में एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें टाटा स्टील द्वारा जमीन पर से दावा छोड़ने की मांग की गई थी। ताकि जो भी नई कंपनी टायो रोल्स का संचालन करे, उन्हें जमीन पर व्यापार संचालन करने का भी अधिकार मिले।
ऑडिट से जमीन का ब्योरा गायब
समिति के संयोजक अजय शर्मा ने ट्रिब्यूनल को बताया था कि टायो रोल्स के पिछली सभी ऑडिट रिपोर्ट में प्लांट, मशीनरी और जमीन को दिखाया जाता था। लेकिन वर्ष 2016-17 के ऑडिट रिपोर्ट से जमीन का ब्यौरा गायब है। कोर्ट ने इस मामले में संघर्ष समिति को सेक्शन 280 के तहत मामले को उठाने का निर्देश दिया था ताकि पूरे मामले की सरकारी तंत्र द्वारा जांच हो सके।
टाटा स्टील की है अनुषंगी इकाई
टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई, टायो रोल्स द्वारा रोल्स का उत्पादन होता था लेकिन प्रबंधन ने उक्त कंपनी को अक्टूबर 2016 के बाद से बंद कर दिया है। इसके कारण 231 कर्मचारियों का वेतन भी लगातार बकाया है।