टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन से मिलने पहुंचे टायो कर्मचारी लिए गए हिरासत में Jamshedpur News
टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन से मिलने पहुंचे टायो रोल्स के 35 कर्मचारियों को न केवल मिलने से रोक दिया गया बल्कि उन्हें पुलिस हिरासत में ले लिया गया।
जमशेदपुर, जेएनएन। टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन से मिलने टाटा वर्कर्स यूनियन कार्यालय पहुंचे टायो रोल्स के 35 कर्मचारियों को न केवल मिलने से रोक दिया गया बल्कि उन्हें पुलिस हिरासत में ले लिया गया। गुरुवार को मिलने पहुंचे कर्मचारियों को जुगसलाई थाने में बैठाया गया है।
टायो कर्मचारियों का कहना है कि वे सभी चेयरमैन चंद्रशेखरन से मिलने, उनका स्वागत करने और अपनी समस्याओं से अवगत कराने के लिए जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें जी टाउन मैदान के पास हिरासत में लेकर जुगसलाई थाने ले आई। टायो संघर्ष समिति के संंयोजक अजय शर्मा का कहना है कि टाटा स्टील प्रबंधन नहीं चाहता है कि हम चैयरमेन को सच्चाई से अवगत कराएं। बाद में सबों को छोड़ दिया गया। टाटा वर्कर्स यूनियन अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर इस बार टाटा संस बोर्ड के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को गोल्ड मेडल अवार्ड से सम्मानित करने वाली है। यूनियन वर्ष 1985 से विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वालों को सम्मानित करती आ रही है। माइकल जॉन लेक्चर अवार्ड के इतिहास में यह चौथी बार है जब टाटा समूह के चेयरमैन को यह अवार्ड दिया जा रहा है। चंद्रशेखरन श्रमधन का विकास-सफलता की चाभी विषय पर अपना व्याख्यान देंगे।
टायो रोल्स हो चुकी है बंद
टायो रोल्स कंपनी बंद हो चुकी है और इसके कर्मचारियों को खाने के लाले पड़ गए हैं। अक्टूबर 2016 से टायो रोल्स में घाटे का हवाला देते हुए कंपनी को बंद कर दिया गया जिसके कारण लगभग 450 कर्मचारी बेरोजगार हो गए। कंपनी के क्लोजर से जुड़े मामले झारखंड हाईकोर्ट में चल रहे हैं। कोर्ट इस मामले में महाधिवक्ता से यह जवाब मांग चुका है कि सरकार ने टायो रोल्स को बंद नहीं करने का आदेश दिया था, फिर भी प्रबंधन ने इसे कैसे बंद कर दिया। साथ ही कंपनी कैसे खुलेगी? कर्मचारियों के वेतन का भुगतान कैसे होगा? क्या राज्य सरकार कंपनी का अधिग्रहण करेगी? कंपनी का पुनरुद्वार कैसे होगा?
एनएनटीसी में चल रही इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया
एनसीएलटी की कोलकाता पीठ में इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया चल रही है। टायो संघर्ष समिति का आरोप है कि प्रबंधन सेक्शन 10 के तहत प्रबंधन कंपनी का दिवालिया कराना चाहता है ताकि टाटा स्टील को आवंटित 350 एकड़ जमीन पर कब्जा कर सके। संघर्ष समिति की मांग है कि टाटा स्टील से आवंटित जमीन लेकर टायो रोल्स को दिया जाए और फिर उसे ऐसी कंपनी मिले जो उसे फिर से चला सके।