Jamshedpur News: टाटा वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग रही जोरदार, इसने तो चेयरमैन पर ही उठा दिए सवाल
टाटा वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग जोरदार रही। कमेटी मेंबरों ने अपने तीखे सवालों से सत्ता पक्ष को घेरने का प्रयास किया। एक सदस्य ने तो सेंट्रल कैंटीन मैनेजिंग कमेटी के एक सदस्य ने तो कमेटी के चेयरमैन को ही कटघरे में खड़ा कर दिया।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन की सोमवार सुबह माइकल जान सभागार में कमेटी मीटिंग हुई। इसमें कई कमेटी मेंबरों ने अपने तीखे सवालों से सत्ता पक्ष को घेरने का प्रयास किया। इसमें सीआरएम के कमेटी मेंबर अशोक कुमार गुप्ता ने एक बार फिर छह-छह माह में एकाउंटस पास कराने का मुद्दा उठाया तो वहीं प्लानिंग विभाग से कमेटी मेंबर सह सेंट्रल कैंटीन मैनेजिंग कमेटी के सदस्य विमल कुमार ने चेयरमैन को ही कटघरे पर खड़ा कर दिया। कमेटी मीटिंग के दौरान मंच से विमल कुमार ने टाटा स्टील में संचालित कैंटीन में खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाया। कहा कि टाटा मोटर्स में भी कैंटीन संचालित है। जहां 20 रुपये में पूरे माह कर्मचारियों को भर पेट नाश्ता-खाना मिलता है। वहां खाने के समय बफेट सजता है जहां कर्मचारी अपनी मर्जी का जितना चाहे खाना ले सकते हैं जबकि टाटा स्टील में सबकुछ नाप-तौल कर मिलता है। खाने की गुणवत्ता को लेकर अक्सर सवाल उठाए जाते हैं। कंपनी में कई सारे ट्राली प्वाइंट है जहां न तो चाय गर्म मिलती है और न नाश्ता। कभी-कभी तो समय पर खाना भी नहीं पहुंचता। वहीं, उन्होंने कमेटी के चेयरमैन सह टाटा वर्कर्स यूनियन के सहायक सचिव नितेश राज पर सवाल उठाते हुए कठघरे में खड़ा कर दिया। विमल ने आरोप लगाया कि सीसीएमसी की बैठक में भी जब खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जाते हैं तो नितेश राज प्रबंधन की हां में हां मिलाते हैं। इसके कारण ही स्थिति जस की तस बनी हुई है।
सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बंद हो गेस्टहाउस की सुविधा
टाटा स्टील के एकाउंट्स विभाग से कमेटी मेंबर ने कमेटी मीटिंग के दौरान बड़ा सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील से जो कर्मचारी सेवानिवृत्त हो जाते हैं उन्हें सब्सिडी दर पर कंपनी का गेस्टहाउस देने की जरूरत क्या है। उसका सारा खर्च टाटा वर्कर्स यूनियन वहन करती है। ऐसे में इस व्यवस्था को तत्काल बंद कर देना चाहिए। इससे पहले भी यूनियन के फाइनांस कमेटी की बैठक में भी आरएमएम से एक कमेटी मेंबर ने यहीं मामला उठाते हुए कहा था कि या तो उक्त सुविधा को तत्काल से बंद किया जाए या फिर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए कोई सस्ता सा लाज की व्यवस्था की जाए।
राजेश कुमार, कोक प्लांट : कंपनी में बंद ब्रिज कोर्स की सुविधा को फिर से शुरू की जाए। जुलाई 2020 से पहले डिप्लोमा कोर्स में दाखिला ले चुके कर्मचारियों को लाभ मिले। बायलर अटेंडेंट का कोर्स कर चुके कर्मचारियों को मानेटरी बेनीफिट का लाभ मिले और टीएमएच विश्वास से डाक्टर से मिलने के लिए अप्वाइंटमेंट की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए।