टाटा वर्कर्स यूनियन : पंडितों का तैयार हो रहा है नया खेमा Jamshedpur News
टाटा वर्कर्स यूनियन चुनाव नजदीक आते ही जातिवाद की हवा तेज हो जाती है। फिर अगड़ी जात पिछड़ी जात से लेकर अल्पसंख्यक और ब्राह्मणों का कार्ड भी खेला जाता है ताकि सत्ता को चाहने वाले किसी तरह से अपना वोट बैंक सुरक्षित रखें। 214 कमेटी मेंबरों के हाउस...
जमशेदपुर (जासं) । टाटा वर्कर्स यूनियन चुनाव नजदीक आते ही जातिवाद की हवा तेज हो जाती है। फिर अगड़ी जात, पिछड़ी जात से लेकर अल्पसंख्यक और ब्राह्मणों का कार्ड भी खेला जाता है ताकि सत्ता को चाहने वाले किसी तरह से अपना वोट बैंक सुरक्षित रखें। 214 कमेटी मेंबरों के हाउस में इतनी संख्या बल हो कि जीत के बाद जब बंद कमरे में पहुंचे तो ऑफिस बियरर की सूची में कौन-कौन होगा, इसके लिए बारगेनिंग की जा सके। सभी को पता है कि जितनी अधिक संख्या बल, बारगेनिंग और सत्ता तक पहुंचने का रास्ता उतना ही छोटा होगा।
इसलिए चुनाव से पहले हर कोई अपनी जमीन तलाशने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसलिए चुनाव से पहले अपने संख्या बल को मजबूत करने और सभी को संगठित करने की कवायद तेज हो गई है। रविवार को दीपावली के दूसरे दिन ऐसे ही ब्राह्मण कमेटी मेंबरों की एक बैठक हॉट लॉजिस्टिक सर्विसेज के एक कमेटी मेंबरों की एक गुप्त बैठक हुई। इस बैठक में ब्राह्मण कमेटी मेंबरों के अलावे किसी को भी नहीं बुलाया गया था।
दीपावली के मिठाई और नमकीन के साथ चुनाव पर चर्चा चली। विश्वस्त सूत्रों की माने तो बैठक में सभी को ऑफिस बियरर चुनाव तक संगठित होकर रहने का संकल्प लिया गया तो जातिवाद के इस नए चक्रव्यूह में कोई बिखराव न हो। जो इसमें घुसे तो बिना हार के वापस नहीं जाएं। क्योंकि एक पूर्व अध्यक्ष के जाने के बाद यूनियन में ब्राह्मणों की लॉबी थोड़ी कमजोर हुई है इसलिए उसे धार देने और रूठों को मनाने की कवायद शुरू हो गई है ताकि चुनाव में एक-दूसरे के
खिलाफ लड़ाई से कहीं नुकसान अपना ही न हो जाए।