टाटा वर्कर्स यूनियन में जातीय समीकरण पर मचा बवाल
टाटा वर्कर्स यूनियन मार्च 2018 में आम चुनाव होगा। इससे पहले मतदान
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन मार्च 2018 में आम चुनाव होगा। इससे पहले मतदान के जरिए चुनाव पदाधिकारी एवं चुनाव समिति सदस्य के चयन की व्यवस्था की गई है। वर्तमान कमेटी मेंबर मतदान कर चुनाव पदाधिकारी एवं चुनाव समिति सदस्य को चुनेंगे। अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने गुरुवार को स्टील हाउस में लिट्टी पार्टी बुलाकर चुनाव पदाधिकारी (रिटर्निग अफसर) एवं चुनाव समिति सदस्यों के उम्मीदवारों की घोषणा की। उम्मीदवारों का चयन जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर किया गया। शुक्रवार को दैनिक जागरण में 'जातीय समीकरण तैयार' शीर्षक से खबर छपी तो इसे यूनियन के वाट्स एप ग्रुप पर वायरल कर दिया गया। कमेटी मेंबरों ने यूनियन चुनाव में जातीय समीकरण बैठाने पर वाट्स एप ग्रुप में जमकर बयानबाजी की।
एलडी-1 के कमेटी मेंबर निरंजन प्रसाद ग्रुप में मैसेज किया- कोई ये भी बताए कि इन छह लोगों में से किनकी क्षमता कम है। जाति एक सच्चाई, हम चाहेंगे कि अगर इन साथियों के खिलाफ में बिना कोई जाति का उम्मीदवार आप लोग दे पाएं तो दें। कोक प्लांट के कमेटी मेंबर सर्वेंद्र झा ने इस पर प्रतिक्रिया दी, 'हमारी एक ही जाति है मजदूर।' विनय कुमार पांडेय ने बहस को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमें जात-पात से ऊपर उठकर मजदूर हितों की रक्षा करने वाला नेतृत्व मंडल चाहिए। एक कमेटी मेंबर ने कहा कि यूनियन अध्यक्ष द्वारा जातिवाद को बढ़ावा देना निंदनीय है। जो व्यक्ति अपने काम के आधार पर जीत नहीं सकता है, वही इस तरह की बातें करता है। कोक प्लांट के कमेटी मेंबर आरसी झा ने इसका समर्थन किया। धीरे-धीरे यह चर्चा बिहारी-गैर बिहारी के रूप मे बढ़ने लगा। इस दौरान सर्वेद्र झा ने निरंजन प्रसाद की तुलना मणिशंकर अय्यर से कर दी।
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आरओ उम्मीदवार को लेकर कोई ऑफिस बेयरर मीटिंग नहीं हुई : शिवेश
जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन उपाध्यक्ष शिवेश वर्मा का कहना है कि आगामी चुनाव के लिए चुनाव पदाधिकारी व छह सदस्यीय समिति सदस्यों के उम्मीदवार की घोषणा के लिए गुरुवार को हुई बैठक की कोई सूचना अध्यक्ष या किसी और के द्वारा नहीं दी गई थी। यह भी सूचना मिली है कि हमारे कई सभी कमेटी मेम्बरों को यह कह कर बुलाया गया कि ऑफिस बेयरर की बैठक में उक्त उम्मीदवारों के नाम पर सर्वसम्मति से सहमति बनी है जबकि इस विषय पर कोई ऑफिस बेयरर की मीटिंग हुई ही नहीं। उम्मीदवारों में कईयो से व्यक्तिगत व मधुर संबंध है और उनसे कोई शिकायत भी नहीं। हमारे बुद्धिमान कमेटी मेम्बर स्वेच्छा और अपने विवेक से अपने मत का प्रयोग करते हैं किंतु यूनियन के जिम्मेवार पदाधिकारियों द्वारा झूठ का बाजार बनाकर और कमेटी मेम्बरों को धोखे से बुलाना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रचारित किया जा रहा है कि जातीय समीकरण के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया गया, जोकि पूरे यूनियन के लिए आत्मघाती कदम साबित होगा।
आर रवि अध्यक्ष पद के लिए देंगे ब्राह्माण उम्मीदवार : कामेश्वर
पंडित मदन मोहन मालवीय सेवा समिति के महामंत्री कामेश्वर पांडेय ने टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष पर तंज कसा। व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि जातीय समीकरण को तवज्जो देकर कमेटी मेंबर बीके तिवारी को चुनाव कमेटी में रखना स्वागत योग्य है। हम लोग उम्मीद करते हैं आर रवि चुनाव में किसी ब्राह्माण को ही अध्यक्ष पद के लिए समर्थन करेंगे।