टाटा स्टील प्रबंधन ने दिया झटका, कंपनी के 13 हजार कर्मचारियों का आइबी हुआ शून्य Jamshdpur News
Tata Steel. आइबी शून्य कर दिए जाने की वजह से टाटा स्टील के प्रत्येक कर्मचारी को न्यूनतम 700 व अधिकतम 4000 रुपये का आर्थिक नुकसान होगा।
By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 28 Apr 2020 03:25 PM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2020 03:25 PM (IST)
जमशेदपुर, जासं। Tata Steel कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन ने टाटा स्टील के लगभग 13 हजार कर्मचारियों को बड़ा झटका दिया है। कंपनी प्रबंधन ने सभी कर्मचारियों के अप्रैल माह का इनसेंटिव बोनस (आईबी) शून्य कर दिया है। इससे कर्मचारियों को न्यूनतम 700 से अधिकतम 4000 रुपये का मासिक आर्थिक नुकसान होगा।
टाटा स्टील के 45 से ज्यादा विभागों में अपना इनसेंटिव बोनस का फार्मूला है। इसके तहत विभागीय कर्मचारी यदि अपने तय लक्ष्य तक पहुंचते हैं तो उन्हें फार्मूले के तहत इनसेंटिव बोनस मिलता है। यदि विभाग का लक्ष्य 70 फीसदी से नीचे रहता है तो आईबी को भी शून्य कर दिया जाता है। कोविड 19 के कारण वैश्विक बाजार ठप है। ऐसे में टाटा स्टील प्रबंधन ने भी अपने सालाना उत्पादन 11 मिलियन टन को घटाकर आधा कर दिया है। ऐसे में फार्मूले के तहत इसका सीधा असर कर्मचारियों के आईबी पर पड़ेगा। वहीं, जिन विभागों में आईबी पर अब तक कोई समझौता नहीं हुआ है और कर्मचारियों के आईबी परप्वाइंट फ्रीज हैं, उन विभागों के आईबी को शून्य कर दिया गया है। नई व्यवस्था के तहत कर्मचारियों को मई माह में अप्रैल का वेतन मिलेगा तो उन्हें आईबी स्कीम के तहत एक रुपये भी नहीं मिलेगा। कंपनी प्रबंधन ने इसकी जानकारी यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद को दे दी है। टाटा वर्कर्स यूनियन के आधिकारिक व्हाट््सएप ग्रुप में जब से अध्यक्ष के निजी सचिव द्वारा इसकी जानकारी कमेटी मेंबरों को दी गई है, उनमें बयानबाजी का दौर तेज हो गया है।
ये कहते यूनियन पदाधिकारी
कोविड 19 जैसी वैश्विक महामारी के समय कर्मचारियों को लीव बैंक, स्पेशल लीव सहित कई सुविधाओं का लाभ दिलाया। इस आपात स्थिति में कंपनी और कर्मचारियों के लिए जो बेहतर होगा, निर्णय लिया जाएगा।
-आर रवि प्रसाद, अध्यक्ष, टीडब्ल्यूयू
अध्यक्ष के निजी सचिव द्वारा व्हाट्ससएप ग्रुप पर मुझे आईबी शून्य होने की जानकारी मिली। व्यक्तिगत रूप से मुझसे इस मामले में किसी से बातचीत नहीं हुई है इसलिए बात करने के बाद ही मैं इस विषय पर टिप्पणी कर पाऊंगा।
-सतीश कुमार सिंह, महासचिव
हर विभाग का अपना आईबी फार्मूला रहता है जिसके तहत उत्पादन 70 फीसदी से कम होने से आईबी शून्य हो जाएगा। बाजार में डिमांड कब बेहतर होगा? परिस्थिति कब सामान्य होगी? कोई कुछ नहीं कह सकता है।
-अरविंद पांडेय, डिप्टी प्रेसिडेंट
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