खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को हटाएगी टाटा स्टील Jamshedpur News
Tata Steel. ऐसे अधिकारी जिनका तीन वर्षों तक प्रदर्शन औसत रहा है और किसी भी वर्ष उन्हें स्टार रेटिंग नहीं मिली है कंपनी ने बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी की है।
मुख्य विंदु
- 150 से 200 सीनियर मैनेजर और हेड स्तर के अधिकारियों को अल्टीमेटम
- तीन वर्षों के प्रदर्शन को कंपनी ने मूल्यांकन का बनाया है आधार
- 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले को लंबी छुट्टी पर भेजने की तैयारी
जमशेदपुर, जासं। Tata Steel तीन साल तक खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को टाटा स्टील कंपनी ने हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे अधिकारियों को प्रबंधन ने तीन माह का अल्टीमेटम देते हुए अपने लिए नई नौकरी तलाश लेने की बात कही है। इन्हें चेतावनी पत्र भेजा गया है।
इनमें सीनियर मैनेजर व हेड स्तर के अधिकारी शामिल हैं। इनकी संख्या 150 से 200 के भीतर बताई जा रही है। 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले अधिकारियों को वित्तीय सहायता देकर कंपनी लंबी छुट्टी पर भेजने की तैयारी में भी है। टाटा स्टील हर साल अपने अधिकारियों के कामकाज के प्रदर्शन की समीक्षा करती है। इसके तहत ए से ई तक का ग्रेड दिया जाता है। ऐसे अधिकारी, जिनका तीन वर्षों तक प्रदर्शन औसत रहा है, और किसी भी वर्ष उन्हें स्टार रेटिंग नहीं मिली है, कंपनी ने बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी की है।
मार्च से अप्रैल के बीच मूल्यांकन
मूल्यांकन की यह प्रक्रिया मार्च से अप्रैल के बीच होती रही है। पहली बार जनवरी में ही यह प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस कारण कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति है। पत्र पाने वाले अधिकारी वरीय अधिकारियों से गुहार लगाते दिख रहे हैं। चर्चा है कि यह आदेश ऊपर से आया है, इसलिए वरीय अधिकारियों के भी हाथ बंध गए हैं।
पांच वर्षों की गणना में फंसे अधिकारी
टाटा स्टील में अब तक जिन अधिकारियों का पिछले दो वर्षों का प्रदर्शन बेहतर नहीं होता था, यदि वे चेतावनी मिलने के बाद तीसरे वर्ष में प्रदर्शन सुधार लेते थे, तो उन्हें जीवनदान मिल जाता था। अब कंपनी पांच वर्षों के प्रदर्शन की समीक्षा कर रही है।
- टाटा स्टील नियमित रूप से अधिकारियों के प्रदर्शन की समीक्षा करती है, जो उनके व्यावसायिक परिणाम, उनकी दक्षता और रचनात्मकता को दर्शाता है। वैसे कर्मचारी जो बेहतर प्रदर्शन करने में असमर्थ हैं, वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित नहीं कर सकते। ऐसे अधिकारियों को वित्तीय सहायता प्रदान कर लंबी छुट्टी में भेजने की तैयारी चल रही है।
-कुलवीन सूरी, चीफ, कॉरपोरेट कम्युनिकेशन