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टाटा स्टील के एमडी बोले, जम्मू कश्मीर में निवेश पर कर रहे विचार

टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि जम्मू -कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद कंपनी वहां निवेश करने पर विचार कर रही है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 15 Aug 2019 02:37 PM (IST)Updated: Fri, 16 Aug 2019 10:41 AM (IST)
टाटा स्टील के एमडी बोले, जम्मू कश्मीर में निवेश पर कर रहे विचार
टाटा स्टील के एमडी बोले, जम्मू कश्मीर में निवेश पर कर रहे विचार

जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि वे धारा 370 पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर में अपार क्षमता की बात कही है। ऐसे में टाटा स्टील भी वहां निवेश करने पर विचार कर रही है। 

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नरेंद्रन ने कंपनी वर्क्स में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ध्वजारोहन किया। उसके बाद अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान समय मंदी के कारण चुनौतीपूर्ण है। पूरी दुनिया इससे प्रभावित है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। हालांकि हमारे देश की अर्थव्यवस्था बहुत मजबूत है और सरकार भी स्थिति को बेहतर बनाने में प्रयास कर रही है। सरकार और रिजर्व बैंक भी कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इससे 5 ट्रिलियन वाली हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका की नीति सभी को प्रभावित कर रही है। 

जतायी सामुदायिक विकास की प्रतिबद्धता

नरेंद्रन ने कहा कि पिछले 100 वर्षों से टाटा स्टील देश निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभा रही है। हमारा स्टील उत्पादन में कार्बन उत्सर्जन को 8 प्रतिशत करने पर जोर है। लेकिन टेक्नोलॉजी रेडीमेड नहीं है। इसे हम भी तैयार कर रहे हैं। लेकिन टाटा स्टील समुदाय के विकास पर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हम अपने काम से समुदाय के समक्ष रोल मॉडल की भूमिका निभाने को संकल्पित है। इस मौके पर उन्होंने सभी शहरवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। 

ये भी कहा एमडी ने

  • ऑटो सेक्टर की मंदी का असर स्टील सेक्टर पर भी पड़ रहा है। हमारा 60 प्रतिशत कस्टमर वही है। इसके बावजूद कंपनी फूल प्रोडक्शन कर रही हैं। लेकिन हमारे ग्राहकों की हालत खराब है। 
  •  चीन में प्रतिवर्ष 990 मिलियन टन स्टील की खपत जबकि भारत मे 105 एमटी। उम्मीद है कि बजट में की गई घोषणा से अगले 5 वर्ष में देश में खपत बढ़ेगी।
  • मंदी का असर कंपनी में होनेवाले बोनस और ग्रेड रिवीजन पर असर पड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता है। टाटा वर्कर्स यूनियन अनुभवी यूनियन है वो इस बात को समझती है।
  • हम भी मंदी से उबरने के लिए कॉस्ट कटिंग पर जोर दे रहे हैं।
  •  नेट स्टील सहित अन्य कंपनियों में जहां ज्यादा मुनाफा नहीं हो पा रहा है हम वहां से निकलने के लिए विनिवेश कर रहे हैं। लेकिन मंजूरी नहीं मिलने के बाद हम अपना फोकस ऑपरेशन पर करेंगे।

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