टाटा स्टील के कारोबार पर कोरोना की मार, कंपनी को 4166 करोड़ रुपये का घाटा
Tata Steel. टाटा स्टील कंपनी के भारतीय ऑपरेशन को 2019-20 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 4166 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील कंपनी के भारतीय ऑपरेशन को 2019-20 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 4166 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2020 की चौथी तिमाही और बीते वित्तीय वर्ष के वित्तीय आंकड़े जारी किए हैं। टाटा स्टील ने वित्तीय वर्ष 2019 में टैक्स अदायगी के बाद 9777 करोड़ रुपये का मुनाफा अर्जित किया था। लेकिन कोरोना के कारण कंपनी के व्यापार पर असर पड़ा है।
कंपनी वित्तीय वर्ष 2020 में 5611 करोड़ रुपये का ही मुनाफा कर पाई। ऐसे में कंपनी को 4166 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। वहीं, कंपनी ने 2019 की चौथी तिमाही में भारतीय ऑपरेशन 2309 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था, जबकि 2020 की चौथी तिमाही में कोरोना के कारण व्यापार नहीं होने से 563 करोड़ का नुकसान हुआ है। वहीं, भारतीय ऑपरेशन (जमशेदपुर, टाटा स्टील बीएसएल, टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट) में कंपनी का 2020 की चौथी तिमाही में 4.73 मिलियन टन था, जबकि वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में यह 4.48 एमटी था। कंपनी की डिलीवरी पर असर पड़ा है। वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में 4.72 एमटी था, जो आलोच्य अवधि में घटकर 4.03 एमटी हुआ।
ये कहते टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी
टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2020 चुनौतीपूर्ण रहा। भारतीय अर्थव्यवस्था में ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टर पहली छमाही में सुस्त रहा। दूसरी तिमाही में जब अर्थव्यवस्था सुधरने लगी तो कोविड 19 का प्रकोप हुआ, जिससे आर्थिक अनिश्चितता बढ़ गई। कारोबार को करने के लिए नकदी संरक्षण पर हमने ध्यान केंद्रित किया। वित्तीय वर्ष 2021 की पहली तिमाही में वॉल्यूम में भारी गिरावट होगी। हम रिकवरी के प्रारंभिक संकेत देख रहे हैं। कारोबारी परिस्थितियां सामान्य होने पर हम नए अवसर का लाभ उठाने को तैयार हैं।
- टाटा स्टील में पिछले 10 वर्षों में लास्ट टाइम इंज्यूरी 27 प्रतिशत से घट कर 0.69 प्रतिशत रहा।
- समेकित इस्पात उत्पादन में पांच फीसद की बढ़ोतरी। 26.28 एमटी से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2020 में 28.46 एमटी हुआ।