TATA STEEL: टाटा स्टील बनी देश की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी
टाटा स्टील समेकित स्टील निर्माण के क्षेत्र में 27.11 मिलियन टन के साथ देश की सबसे बड़ी स्टील उत्पादन कंपनी बन गई है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा स्टील समेकित स्टील निर्माण के क्षेत्र में 27.11 मिलियन टन के साथ देश की सबसे बड़ी स्टील उत्पादन कंपनी बन गई है। अब तक जेएसडब्ल्यू स्टील 18 मिलियन टन के साथ देश की सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी थी।
टाटा स्टील के मासिक कार्यक्रम, एमडी ऑनलाइन में कंपनी के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने इसकी जानकारी सभी के साथ साझा किया। वित्तीय आंकड़ों के तहत टाटा स्टील के उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी में यह बदलाव भूषण स्टील के अधिग्रहण के बाद हुआ है। कंपनी के अधिकारियों का मानना है कि उषा मार्टिन के अधिग्रहण और कलिंगानगर में पहले चरण में चार मिलियन टन स्टील उत्पादन के बाद दूसरे चरण में आठ मिलियन टन का उत्पादन होगा तो आंकड़े और बेहतर होंगे। इसके साथ ही कंपनी की डिलीवरी, मार्केट सेल और रेवेन्यू में भी बढ़ोतरी हुई है।
उषा मार्टिन में कंपनी ने उठाए छह महत्वपूर्ण कदम
कार्यक्रम में बताया गया कि टाटा स्टील लॉग प्रोडक्ट लिमिटेड (पूर्व में उषा मार्टिन) में शिखर 25 लांच कर दिया गया है। साथ ही सेफ्टी, उत्पादन, मार्केट एंड सेल्स सहित अन्य क्षेत्र में छह महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। वहीं, ब्लास्ट फर्नेस में प्रोडक्शन को तेज कर दिया गया है। एमडी ने बताया कि पिछले वर्ष हमने भूषण जबकि इस वर्ष उषा मार्टिन के अधिग्रहण का मौका मिला। कलिंगानगर में हमने ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट शुरू कर यह बताया कि टाटा स्टील देश में 100 वर्ष पुरानी स्टील का उत्पादन करने वाली कंपनी है।
यौन शोषण पर चुप न बैठे, शिकायत करें
टाटा स्टील में पिछली घटनाओं पर वाइस प्रेसिडेंट (एचआरएम) एसडी त्रिपाठी ने चिंता जाहिर की। कहा कि हर साल ऐसे कई मामले सामने आते हैं जहां ठेके में कार्यरत महिला कर्मियों से टाटा स्टील के स्थायी कर्मचारी या साइट इंचार्ज किसी मजबूरी का फायदा उठाकर उनका यौन शोषण करते हैं। उनके मन में डर रहता है कि शिकायत की तो उनके खिलाफ बदले की कार्रवाई होगी। वहीं, स्थायी महिला कर्मचारियों के साथ उनके सीनियर या पुरुष सहकर्मी शोषण करते हैं। एमडी ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि ऐसे मामले में शिकायत मिलने पर जांच कमेटी पूरे मामले की छानबीन करे और दोषी के खिलाफ कार्रवाई करे। क्योंकि यह बेहतर गंभीर मामला है। हमें सेफ्टी के साथ-साथ यौन शोषण पर भी ध्यान देना चाहिए।
पोर्ट से डिलीवरी शुरू
कार्यक्रम में कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट (मार्केट एंड सेल्स) पीयुष गुप्ता ने बताया कि कंपनी की ओर से कोस्टल मूवमेंट शुरू हो गया है। पाराद्वीप और खरपोली से पिछले दिनों 50 हजार टन स्टील की डिलीवरी की गई। उन्होंने बताया कि प्रतिमाह आठ, 16 व 26 तारीख को इन पोर्ट से शिप दूसरे राज्यों के लिए रवाना होंगे। इससे खर्च भी कम आएगा और माल आसानी से बाजार तक पहुंचाया भी जा सकेगा। वहीं, उन्होंने बताया कि चुनावी मौसम में ऑटो सेक्टर में स्टील की डिमांड कम है।
एनटीटीएफ को मिले एआइसीटीसी की मान्यता
एमडी ऑनलाइन में झरिया से संतोष भानु ने सवाल उठाया कि एनटीटीएफ को ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन (एआइसीटीसी) से मान्यता दिलाई जाए ताकि बच्चे बाहर जाकर भी दूसरी कंपनियों में काम कर सके। इस पर वाइस प्रेसिडेंट एसडी त्रिपाठी ने बताया कि वे प्रयास कर रहे हैं। वहीं, टाटा वर्कर्स यूनियन उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम ने बताया कि एनटीटीएफ के कुछ कोर्स केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त हैं। ओडिशा और केरल में इसी आधार पर उनके कॉलेजों को मान्यता मिल गई है। हमें अपने पेपर वर्क को बेहतर बनाते हुए उसी आधार पर मान्यता देने की मांग करनी चाहिए।
मेन गेट में लगेगा स्टील का गेट
कोक प्लांट के पूर्व कमेटी मेंबर करमअली के एक सवाल का जवाब देते हुए वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने बताया कि कंपनी के मेन गेट में कुछ काम चल रहा है। प्लान तैयार किया जा रहा है जल्द ही स्टील से बना एक स्ट्रक्चर दिखाई देगा जिसमें टाटा स्टील लिखा होगा। वहीं, करमअली ने क्वार्टरों के कमरे से टॉयलेट तक जाने वाले क्षेत्र के खुले होने से मानसून में परेशानी होने का मामला उठाया। इस पर वीपी ने कहा कि जुस्को एमडी तरूण डागा और रितूराज सिन्हा इस मामले को देखेंगे।
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