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टाटा को मिला शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम का इनाम

टाटा स्टील को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम का इनाम मिला है। कंपनी ने वर्ष 2015 से 1000 स्कूल प्रोजेक्ट की शुरुआत की है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 12:15 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 12:15 PM (IST)
टाटा को मिला शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम का इनाम
टाटा को मिला शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम का इनाम

जमशेदपुर, जांस। टाटा स्टील को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम का इनाम मिला है। कंपनी ने वर्ष 2015 से 1000 स्कूल प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में एक समारोह में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इसे सबसे प्रभावी सीएसआर प्रोजेक्ट 2018 के लिए सम्मानित किया।

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इस प्रोजेक्ट के तहत टाटा स्टील अपने सभी ऑपरेशन क्षेत्र के 1000 स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा में सुधार कर उसे मॉडल के रूप में विकसित करने, हर बच्चे को स्कूल तक पहुंचाने, उनमें सीखने की कला को विकसित करने, ग्राम पंचायत स्तर पर स्कूल कमेटी का निर्माण करने की पहल की है। ताकि ये कमेटी हर बच्चे पर स्थानीय स्तर पर नजर रख सके। 

पांच ब्लॉक में चल रही योजना

टाटा स्टील द्वारा वर्तमान में ओडिशा के जाजपुर जिले के दानगदी, सुकिंदा के क्योंझर जिले में हरि चंदनपुर और सुंदरगढ़ जिले में कोइरा व कुत्र जैसे पांच पिछले ब्लॉक में काम कर रही है। इस परियोजना के तहत टाटा स्टील 6 से 14 वर्ष के डेढ़ लाख बच्चों को स्कूल से जोड़ चुकी है। वहीं, झारखंड में भी द हंस फाउंडेशन के सहयोग से 648 गांवों के 291 स्कूलों में 50 हजार से ज्यादा बच्चों को स्कूल पहुंचाने में कामयाब रही है।

टाटा ने नकली उत्पाद बनाने वाली कंपनियों पर दर्ज कराया मामला

 टाटा स्टील ने पिछले दिनों गुजरात के मेहसाणा में मेसर्स उमिया वायर फैक्ट्री और मेसर्स श्री उमिया स्टील में छापामारी की। ये दोनों कंपनियां टाटा के नाम का इस्तेमाल कर नकली वायर और स्टील बाजार में बेच रही थी। टाटा स्टील का कहना है कि भारतीय कंपनी अधिनियम 1913 के तहत टाटा संस और टाटा से संबधित ब्रांड की कॉपीराइट और ट्रेडमार्क के इस्तेमाल का अधिकार उनके पास है। पिछले दिनों उन्हें सूचना मिली कि गुजरात की दो कंपनियां उनके ट्रेडमार्क ‘टाटा’ का गलत इस्तेमाल कर रही है। 

बरामद हुए फर्जी ब्रांडेड वायर

इसके बाद कंपनी ने मेहसाणा पुलिस के साथ मिलकर 14 नवंबर को कंपनी में छापामारी की और यहां से फर्जी ब्रांडेड वायर व स्टील की बड़ी खेप पकड़ी। अधिकारियों ने यहां से टाटा वायरॉन बंडल को पैक किए गए 12-14 गज के 31 नकली ब्रांडेड तार, वायरन निशान वाले पैकिंग के सात बक्से व 10 से 16 गेज के 114 तार के बंडल बरामद किए हैं। टाटा ने दोनो कंपनियों के खिलाफ कॉपी राइट्स और ट्रेडमार्क के धाराओं के खिलाफ नकली उत्पादों के निर्माण, बिक्री सहित ट्रेडमार्क का उल्लघंन करने के मामले में एफआइआर दर्ज कराया है।


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