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टाटा स्टील कर्मियों को अधिकतम 8.50 लाख और न्यूनतम 1.05 लाख मिला एरियर Jamshedpur News

टाटा स्टील कर्मियों को अधिकतम 8.50 लाख व न्यूनतम 1.05 लाख एरियर मिला। कंपनी में कार्यरत साढ़े 13 हजार कर्मचारियों को फरवरी के दूसरे सप्ताह में एरियर का पैसा मिलेगा ।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 29 Jan 2020 04:13 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jan 2020 04:13 PM (IST)
टाटा स्टील कर्मियों को अधिकतम 8.50 लाख और न्यूनतम 1.05 लाख मिला एरियर Jamshedpur News
टाटा स्टील कर्मियों को अधिकतम 8.50 लाख और न्यूनतम 1.05 लाख मिला एरियर Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील में 23 सितंबर 2019 को हुए ग्रेड रिवीजन समझौते के बाद सभी साढ़े 13 हजार कर्मचारियों को ऑनलाइन एरियर स्लिप मिल गया है। स्टील वेज से सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों को अधिकतम 8.50 लाख व न्यूनतम लगभग ढाई लाख रुपये जबकि एनएस ग्रेड में एनएस-9 कार्यरत कर्मचारियों को अधिकतम 1.90 लाख (लीव इनकैशमेंट जोड़कर) व एनएस-3 का औसतन 1.14 लाख रुपये मिलेंगे। कर्मचारियों को एरियर का पैसा फरवरी के दूसरे सप्ताह में उनके बैंक खाते में प्रबंधन भेज देगा। 

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पूर्व में कंपनी प्रबंधन द्वारा कटौती के बाद एरियर का स्लिप दिया जाता था लेकिन अब प्रबंधन ने संबधित कर्मचारियों को मिलने वाले ग्रास एमाउंट की पूरी राशि, कुल राशि पर पीएफ में 12 व टेप्स में दो फीसदी की कटौती, लीव इनकैशमेंट का पूरा विवरण विस्तार से बताया है। वहीं, जिन कर्मचारियों ने लीव इनकैशमेंट का लाभ लिया है उसका भी पूरा विवरण उनके स्लिप में है। संबधित कर्मचारी अपना पर्सनल नंबर डालकर कंपनी के इंट्रानेट में स्लिप देख सकते हैं। 30 जनवरी को सभी कर्मचारियों को एरियर स्लिप की हार्ड कॉपी मिल जाएगी।
 नहीं हुई विसंगति कमेटी की बैठक
ग्रेड रिवीजन समझौते के बाद कंपनी प्रबंधन और यूनियन की ओर से विसंगति (एलुमनी) कमेटी बनाई गई थी। इसमें तय हुआ था कि ग्रेड में जो भी विसंगतियां हुई हैं, उसमें सुधार किया जाएगा। ऐसे में कई कमेटी मेंबरों ने लिखित में यूनियन नेतृत्व को कुछ बिंदुओं पर सुधार के लिए ज्ञापन दिया था। लेकिन इसकी एक भी बैठक नहीं हुआ। बैठक एरियर के स्लिप मिलने से पहले होना था।
लगभग 500 कर्मचारियों को नहीं मिलेगा एरियर
ग्रेड रिवीजन समझौते के तहत वैसे कर्मचारी जिन्होंने पहली जनवरी 2018 के बाद कंपनी में जॉब फॉर जॉब या किसी भी स्तर से बहाल हुए हैं। ऐसे लगभग 500 कर्मचारी हैं जिन्हें मिनिमम गारेंटेड बेनीफिट (एमजीबी) या एरियर का लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में नए कर्मचारियों में यूनियन नेतृत्व पर काफी गुस्सा है। 
ग्रेड को ग्रेट नहीं करा पाए अध्यक्ष : विपक्ष
विपक्ष के कमेटी मेंबरों का कहना है कि टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन को ग्रेट नहीं बना पाए। इस समझौते से कर्मचारियों को सिर्फ नुकसान ही हुआ है। 

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