टाटा स्टील में तीन के बजाए चार ग्रुप में होगी ड्यूटी
टाटा स्टील के ऑपरेशन में अब तीन के बजाए चार ग्रुप में कर्मचारियों की ड्यूटी होगी। इसका उद्देश्य कंपनी परिसर में पीपल ऑफ डिस्टेंसिग (पीओडी) का अनुपालन करते हुए पूरे मैनपावर को सुरक्षित रखते हुए उत्पादन को निर्बाध रूप से जारी रखना है।
जासं, जमशेदपुर : टाटा स्टील के ऑपरेशन में अब तीन के बजाए चार ग्रुप में कर्मचारियों की ड्यूटी होगी। इसका उद्देश्य कंपनी परिसर में पीपल ऑफ डिस्टेंसिग (पीओडी) का अनुपालन करते हुए पूरे मैनपावर को सुरक्षित रखते हुए उत्पादन को निर्बाध रूप से जारी रखना है। वर्तमान में टाटा स्टील ने अपना उत्पादन घटाकर आधा कर दिया है।
टाटा स्टील कंपनी प्रबंधन और टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच सोमवार को इस पर बैठक हुई। इसमें चीफ सेफ्टी वीके निराला ने यूनियन नेतृत्व ने पीओडी के उद्देश्य के विषय पर विस्तार से समझाया। बताया गया कि हर विभाग के कर्मचारियों को पीओडी-1 से पीओडी-4 तक चार ग्रुप में बांटा जाएगा। तीन ग्रुप के कर्मचारी शिफ्ट ड्यूटी में काम करेंगे जबकि चौथा ग्रुप स्पेशल लीव में रहेगा। जो कंपनी का बफर मैनपावर होगा। यदि किसी ग्रुप का कोई कर्मचारी कोरोना संदिग्ध हुआ तो बफर ग्रुप से पीओडी 4 से स्पेशल लीव वाली टीम उसका जगह ड्यूटी पर आएगी और जिस ग्रुप में कोरोना का संदिग्ध मिलेगा, उस पूरे ग्रुप को क्वारंटाइन किया जाएगा। यदि सबकुछ ठीक रहा तो कर्मचारी रोटेशन पॉलिसी के तहत काम करते रहेंगे। वहीं, जनरल शिफ्ट में भी मैनपावर को दो भागों में बांटा जाएगा। एक ग्रुप आठ से पांच जबकि दूसरा शिफ्ट नौ से छह की ड्यूटी में आएंगे। इसका उद्देश्य कर्मचारियों की भीड़ लगने से रोका जाए। सिटर प्लांट 2 में कमेटी मेंबर पल्लव शर्मा के विभाग में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसे शुरू किया गया है। इस विभाग के प्रभारी यूनियन उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम व सहायक सचिव कमलेश कुमार सिंह हैं। कंपनी प्रबंधन के साथ हुई बैठक में वाइस प्रेसिडेंट (एचआरएम) सुरेश दत्त त्रिपाठी व ग्रुप चीफ आईआर जुबिन पालिया के अलावे यूनियन से अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट अरविद पांडेय व महासचिव सतीश कुमार सिंह शामिल हुए।