टाटा स्टील बोनस : जानिए किसे मिला कितना Jamshedpur News
टाटा स्टील में हुए बोनस से कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले है। उधर यूनियन के पदाधिकारी भी खुश हैं और इसे ऐतिहासिक बोनस बता रहे हैं।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। टाटा स्टील में हुए बोनस से कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले है। उधर यूनियन के पदाधिकारी भी खुश हैं और इसे ऐतिहासिक बोनस बता रहे हैं। आइए जानते हैं किसे कितना बोनस मिला और वे बोनस का क्या करेंगे।
टाटा स्टील में इस बार एतिहासिक बोनस हुआ है। अभी तक इतनी राशि कर्मचारियों को बोनस में इससे पहले कभी नहीं मिली थी। सभी से अपील है कि वे इस पैसे का सदुपयोग बच्चों के भविष्य के लिए करेंगे।
अरविंद पांडेय, डिप्टी प्रेसिडेंट
बोनस मिला : 1.32 लाख रुपये
तीन वर्षो के लिए बोनस का फार्मूला बना था। उस फार्मूले के तहत दूसरी बार बोनस मिल रहा है चूकि कंपनी अच्छा मुनाफा किया है तो इसका फायदा भी कर्मचारियों को बेहतर बोनस के रूप में मिल रहा है। इसे खुद व परिवार के भविष्य के लिए खर्च करें।
सतीश कुमार सिंह, महासचिव
बोनस मिला : 1.44 लाख रुपये
टाटा स्टील के इतिहास में पहली बार इतना अधिक बोनस हुआ है। सभी कर्मचारियों से अपील है कि बोनस का पैसा भविष्य के लिए बचा कर रखे।
आर रवि प्रसाद, अध्यक्ष
बोनस मिला : 1.65 लाख रुपये
अभी तक का एतिहासिक बोनस हुई है। कर्मचारियों को इस वर्ष सबसे ज्यादा बोनस मिलेगा। कर्मचारी इस राशि से बच्चों के भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।
शाहनवाज आलम, उपाध्यक्ष
बोनस मिली : 1.56 लाख रुपये
कंपनी में यूनियन के शीर्ष नेतृत्व ने अच्छा बोनस समझौता कराया है। सम्मानजनक बोनस के लिए यूनियन नेताओं को धन्यवाद।
नितेश राज, सहायक सचिव
बोनस मिला : 1.22 लाख रुपये
कंपनी में मुनाफा बंपर था, फार्मूला बना हुआ था। यदि रिवाइज्ड बेसिक पर मिलता तो और बेहतर बोनस मिलता।
हरिशंकर सिंह, उपाध्यक्ष
बोनस मिला : 1.40 लाख रुपये
बहुत बढिय़ा बोनस हुआ है इस बार। इससे बेहतर बोनस नहीं हो सकता है। बेहतर बोनस के लिए प्रबंधन और यूनियन शीर्ष बधाई के पात्र हैं।
भगवान सिंह, उपाध्यक्ष
बोनस मिला : 95 हजार रुपये
टाटा स्टील में तय फार्मूले के अनुसार कंपनी में इस बार बोनस हुआ और अच्छा मिला है।
शत्रुघ्न राय, उपाध्यक्ष
बोनस मिला : 1.75 लाख रुपये
बोनस फार्मूले के आधार पर मिलना था। टाटा स्टील कर्मचारी भाइयों की कड़ी मेहनत, उत्पादन व उत्पादकता की वजह से इस वर्ष बेहतर बोनस हुआ है। इसका सारा श्रेय कंपनी के सभी कर्मचारी भाइयों को जाता है। साथ ही साथ प्रबंधन व यूनियन के शीर्ष नेतृत्व को बेहतर बोनस के लिए साधुवाद।
कमलेश सिंह, सहायक सचिव
बोनस मिला : 89 हजार रुपये
बोनस उम्मीद हमारे उम्मीद से बेहतर हुआ है। इतना बोनस पहले कभी नहीं हुआ था।
प्रभात लाल, कोषाध्यक्ष
बोनस मिला : 90 हजार रुपये
तय फार्मूले के अनुसार बोनस पिछली बार से बेहतर हुआ है। जीरो फैटिलिटी पर अगर यूनियन 15 लेने में कामयाब रहती तो बहुत खुशी होती।
धर्मेंद्र उपाध्याय, सहायक सचिव
बोनस मिला : 1.51 लाख रुपये