पहली बार स्पंज बनाने वाली कंपनी स्टील बिजनेस में करेगी पदार्पण
ऊषा मार्टिन को टाटा स्टील नहीं, बल्कि टाटा स्पंज आयरन लिमिटेड चलाएगी।टाटा स्टील ने उषा मार्टिन लिमिटेड का अधिग्रहण किया था।
जमशेदपुर(जासं)। टाटा स्टील ने हाल ही में ऊषा मार्टिन का अधिग्रहण किया था, उसे टाटा स्टील नहीं, बल्कि उसकी सहायक कंपनी टाटा स्पंज आयरन लिमिटेड चलाएगी। इस आशय की जानकारी टाटा स्टील प्रबंधन ने विज्ञप्ति जारी कर दी है।
टाटा स्टील ने 22 सितंबर 2018 को उषा मार्टिन लिमिटेड का अधिग्रहण किया था। समझौते में उल्लेख था कि कंपनी ऊषा मार्टिन के स्टील कारोबार (बिजनेस) का अधिग्रहण स्वयं या सहायक कंपनी द्वारा करेगी। टाटा स्टील प्रबंधन ने देश में लांग प्रोडक्ट के बढ़ते बाजार को देखते हुए इस दिशा में पहल की है। प्रबंधन का कहना है कि भविष्य में निर्माण, वाहन, इंजीनियरिंग क्षेत्र का बाजार और बढ़ेगा। इसके लिए फ्लैट उत्पादों के अलावा विनिर्माण के लिए लांग प्रोडक्ट की आवश्यकता पड़ेगी। इसे देखते हुए कंपनी प्रबंधन ने भविष्य में 670 करोड़ की मार्केटिंग कैपिटल वाली टाटा स्पंज के विस्तारीकरण की योजना बना रही है।
मुंबई में हुई बोर्ड की बैठक
मुंबई में हुई बैठक में टाटा स्पंज बोर्ड द्वारा उत्पादन, प्रौद्योगिकी और लागत को वैश्विक रूप से और प्रतिस्पर्धी बनाने पर सहमति बनी। इस पहल के साथ ही स्पंज आयरन बनाने वाली कंपनी पहली बार स्टील बिजनेस में पदार्पण करेगी। बोर्ड ने विस्तारीकरण योजना को मूर्त रूप देने के लिए इक्विटी शेयर व मेजानाइन वित्त द्वारा पूंजी जुटाने को भी मंजूरी दी है। वहीं, टाटा स्टील प्रबंधन का कहना है कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर बोर्ड से मंजूरी मिलने पर कंपनी भी इसमें निवेश करेगी।