Tata Motors जल्द ला रही सस्ती इलेक्ट्रिक कार, Tesla को टक्कर देने की तैयारी
दुनिया के सबसे बड़े बिजनेस टायकून में शुमार एलन मस्क को टाटा समूह टक्कर देने की तैयारी में हैं। टाटा ग्रुप जल्द ही बाजार में सस्ते इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने जा रही है। इसके लिए समूह फंड जुटाने की तैयारी भी कर चुकी है।
जमशेदपुर, जासं। टाटा मोटर्स अपने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी)का कारोबार बढ़ाने के लिए संभावित रणनीतिक साझेदारों या निवेशकों से पूंजी जुटाने में लगी है। इसमें निजी इक्विटी फंड और सॉवरेन वेल्थ फंड शामिल हैं, क्योंकि ऑटोमेकर सस्ती इलेक्ट्रिक कारों की एक श्रृंखला बनाने की दिशा में काम कर रही है। हालांकि इसमें अभी कई अड़चन है, लिहाजा निवेश का यह प्रयास शुरुआती दौर में है। यह भी हो सकता है कि इससे कोई समझौता ना हो।
वैसे टाटा मोटर्स को शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई है और अब पीवी बिजनेस स्पिनऑफ पूरा होने से पहले नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल से मंजूरी लेने की जरूरत है। टाटा मोटर्स संभावित रणनीतिक भागीदारों या निवेशकों से पूंजी जुटाने के अवसरों का मूल्यांकन कर रही है, जिसमें निजी इक्विटी फंड और सॉवरेन वेल्थ फंड शामिल हैं। मार्च 2020 में टाटा मोटर्स के बोर्ड ने यात्री वाहन (पीवी) व्यवसाय को अलग करने की योजना को मंजूरी दी थी, जिसमें ईवीएस शामिल हैं, एक अलग सहायक कंपनी में और निवेशकों को यूनिट की दीर्घकालिक व्यवहार को सुरक्षित करने में मदद करने के लिए चाहते हैं।
अधिकारियों ने कहा कि टाटा समूह को इलेक्ट्रिक व्हीकल व्यवसाय मूल्यांकन के संबंध में काफी उम्मीदें हैं, लेकिन इसे और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता होगी, यदि उम्मीदों पर खरा उतरना है।
चीनी कारोबारी से भी बातचीत की आ रही बात
ऐसी खबर है कि टाटा मोटर्स ने पीवी कारोबार के लिए रणनीतिक साझेदार के रूप में कंपनी को जोड़ने के इरादे से चीनी ऑटो प्रमुख जीली से बात की है। जगुआर लैंडरोवर (जेएलआर) का चीन की चेरी ऑटोमोबाइल के साथ गठजोड़ है। पैसेंजर व्हीकल और इलेक्ट्रिक व्हीकल स्पेस को एक मजबूत ग्रोथ इंजन के रूप में देखा जा रहा है। संभावित साझेदारी के संदर्भ में योजनाएं वर्तमान में खुली हैं। इसमें मॉर्गन स्टेनली और जेपी मॉर्गन को प्रस्तावित योजना के लिए निवेश बैंकर माना जा रहा है।
टाटा मोटर्स को शेयरधारक की मंजूरी मिल गई है और अब पीवी बिजनेस स्पिनऑफ पूरा होने से पहले नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल से मंजूरी लेनी है। कंपनी इस साल सितंबर में तिमाही के अंत तक प्रक्रिया पूरी करने की उम्मीद कर रही है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि पीवी कारोबार की सब्सिडियरी अभी जारी है और अपेक्षित मंजूरी के बाद इस वित्त वर्ष में इसके पूरा होने की उम्मीद है। रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मितुल शाह ने कहा, टाटा मोटर्स रणनीतिक निवेशकों के साथ गठजोड़ करना चाह रही है क्योंकि उसकी योजना अगले दो-तीन वर्ष में अपना कर्ज शून्य स्तर के करीब लाने की है।
घाटे की भरपाई के लिए कंपनी के पास बेहतर अवसर
फरवरी 2021 में शेयरधारकों को कंपनी के नोटिस में कहा गया है कि पीवी डिवीजन को जून 2020 के अंत तक 11,173 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, जबकि इसका मूल्यांकन 9,417 करोड़ रुपये तय किया गया था। ऑटोमेकर ने अपनी इलेक्ट्रिक कारों की कीमत पारंपरिक पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों की तुलना में 15-20 प्रतिशत प्रीमियम रखी है। पारंपरिक इंजनों और इलेक्ट्रिक वेरिएंट के बीच कीमत प्रीमियम प्रतिस्पर्धी है, इससे टाटा मोटर्स को अतिरिक्त फायदा होता है। टाटा मोटर्स ने कहा है कि वह चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के लिए टाटा पावर, बैटरी पैक के लिए टाटा ऑटो कॉम्प, लिथियम आयन सेल के लिए टाटा केमिकल्स और वित्तपोषण विकल्पों के लिए टाटा फाइनेंस जैसी समूह कंपनियों का लाभ उठाएगी। मार्च 2020 में टाटा मोटर्स के बोर्ड ने यात्री वाहन (पीवी) व्यवसाय को अलग करने की योजना को मंजूरी दी थी, जिसमें ईवीएस शामिल हैं, एक अलग सहायक कंपनी में और निवेशकों की तलाश है ताकि यूनिट को अपनी दीर्घकालिक व्यवहार्यता को सुरक्षित रखने में मदद मिल सके।