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Tata Motors को पहली तिमाही में हो सकता है इतने करोड़ का नुकसान, ये है वजह

बाजार विशेषलकों की नजर इन दिनों टाटा मोटर्स की यूके स्थित कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) के उत्पादन पर टिकी हुई है क्योंकि सेमी कंडक्टर की कमी के कारण जगुआर लैंड रोवर के उत्पादन व मार्जिन में नकारात्मक रूप से कमी आई है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 03:48 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 03:48 PM (IST)
Tata Motors को पहली तिमाही में हो सकता है इतने करोड़ का नुकसान, ये है वजह
Tata Motors कंपनी को पहली तिमाही में नुकसान हो सकता है।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। वाणिज्यिक, लाइट हैवी व्हीकल और पैसेंजर कार सहित एलिट क्लास की कार बनाने वाली कंपनी को पहली तिमाही में नुकसान हो सकता है। हालांकि बीते वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में कंपनी का घाटा कम है। टाटा मोटर्स के आंकड़ों को देखे तो पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 8,443.90 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। जबकि चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी के राजस्व में 98.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी होकर 63,349 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

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पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 31,983 करोड़ रुपये था। इसके अलावा कंपनी का इबिटा में भी नौ गुणा की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी का आलोच्य अवधि में इबिटा 635 करोड़ रुपये था जो अब बढ़कर 5,694 करोड़ रुपये हो गया है। इसके अलावा एक साल पहले कंपनी की तिमाही मार्जिन दो प्रतिशत से बढ़कर नौ प्रतिशत तक पहुंच गया है।

जगुआर लैंड रोवर के उत्पादन पर नजर

एक रिपोर्ट की अनुसार बाजार विशेषलकों की नजर इन दिनों टाटा मोटर्स की यूके स्थित कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) के उत्पादन पर टिकी हुई है क्योंकि सेमी कंडक्टर की कमी के कारण जगुआर लैंड रोवर के उत्पादन व मार्जिन में नकारात्मक रूप से कमी आई है। इस माह की शुरुआत में आई एक ऑफिसियली रिपोर्ट के अनुसार जगुआर लैंड रोवर ने कहा है कि सेमी कंडक्टर की आपूर्ति में कमी चिंता का विषय है। जून माह के प्रदर्शन में इसकी कमी ने हमें प्रभावित किया है और निकट भविष्य में भी यह प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। हालांकि जून माह में जेएलआर की खुदा बिक्री 1.24 लाख यूनिट थी जो सालाना आधार पर 68 प्रतिशत अधिक है। जबकि चीन के संयुक्त उद्यम को छोड़कर थोक बिक्री में 27 प्रतिशत की कमी आई है। कंपनी ने 84,442 यूनिट की बिक्री की है। जो पिछले आंकड़ों की तुलना में 30 हजार यूनिट कम है। यहां भी सेमी कंडक्टर की कमी के कारण कंपनी का उत्पादन प्रभावित हुआ है। जेएलआर प्रबंधन ने कहा है कि सेमी कंडक्टर की कमी कब तक बरकरार रहेगी, यह कह पाना अभी मुश्किल है। इसके कारण सितंबर में स्थिति खराब हो सकती है। जो सीधे सीधे नियोजित थोक बिक्री को प्रभावित करेगा।

जेएलआर रख रहा है बाजार पर नजर

कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि जगुआर लैंड रोवर प्रबंधन अपने प्रमुख बाजार, नए उत्पादों की समय सीमा, मांग और इंवेंट्री की स्थिति पर नजर रखे हुए है। इसके अलावा टाटा मोटर्स अपने घरेलू व्यापार के विकास पर भी नजर बनाए हुए है। कंपनी की स्थिति को देखते हुए कई बाजार विश्लेषकों ने निकट भविष्य में कंपनी को न्यूट्रल रेटिंग दी है और यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में यह 340 के आंकड़े तक पहुंच सकता है। हालांकि पिछले एक माह में टाटा मोटर्स के स्टॉक में 11.6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। सोमवार को 0.74 प्रतिशत गिरकर 293.35 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।


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