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न्यूनतम मजदूरी पर दो खेमे में बंटे कान्वाई चालक

टाटा मोटर्स के कान्वाई ड्राइवर न्यूनतम मजदूरी पर दो खेमे में बंट गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 01:34 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 01:34 PM (IST)
न्यूनतम मजदूरी पर दो खेमे में बंटे कान्वाई चालक
न्यूनतम मजदूरी पर दो खेमे में बंटे कान्वाई चालक

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) : टाटा मोटर्स के कान्वाई ड्राइवर न्यूनतम मजदूरी पर दो खेमे में बंटे हुए हैं। टाटा मोटर्स के सूचीबद्ध 975 चालकों में 48 उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना दे रहे हैं, जबकि शेष 927 पूर्व व्यवस्था के तहत ही काम करने को तैयार हैं। इन्होंने ने लिखित रूप से पुरानी व्यवस्था में शामिल रहने का एक संयुक्त पत्र कंपनी प्रबंधन को सौंपा है। न्यूनतम मजदूरी पर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे ज्ञानसागर प्रसाद का कहना है कि जिला प्रशासन की अध्यक्षता में जो समझौता हुआ था उसमें आठ घंटे ड्यूटी का 401 रुपए देना है, जो अभी 24 घंटे काम करने पर मिल रहा है। 401 रुपए के अलावा प्रतिदिन के हिसाब से 150 रुपए भत्ते व उसके अलावा ओवरटाइम भी देना है, जो नहीं मिल रहा है। प्रशासन के समझौते का अनुपालन नहीं करने की स्थिति में ही चालकों का आंदोलन जारी है। उधर मान्यता प्राप्त ऑल इंडिया कान्वाई वर्कर्स यूनियन के सहायक सचिव जयनारायण सिंह का कहना है कि समझौते के मुताबिक 200 किमी के हिसाब से एक दिन का 250 रुपए मिलता है। चालकों की बुकिंग लांग व शॉर्ट डेट के मुताबिक होता है। इस व्यवस्था के तहत 900 से ज्यादा चालक काम करना चाहते हैं। ये लोग न्यूनतम मजदूरी व्यवस्था के तहत काम करने को तैयार नहीं है। जयनारायण ने कहा कि जो लोग धरना पर बैठ रहे हैं उनकी गाड़ियां कोई दूसरा ले जा रहा है और वे इधर आंदोलन कर रहे हैं।

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सीएम से लगाई न्याय की गुहार

ज्ञानसागर प्रसाद ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से न्याय की गुहार लगाई है। कहा कि उनकी समस्याएं सीएम तक पहुंच गई है, बहुत जल्द सकारात्मक पहल होने की उम्मीद है। रविवार को 21वें दिन भी उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहा।


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