टाटा मोटर्स गेट पर पर कान्वाई चालकों ने किया प्रदर्शन
टाटा मोटर्स के सूचीबद्ध कान्वाई चालकों में एक्सग्रेसिया को लेकर घमासान मचा हुआ है। 975 कान्वाई चालकों में से 48 ने एक्सग्रेसिया नहीं मिलने का विरोध किया है।
जासं, जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के सूचीबद्ध कान्वाई चालकों में एक्सग्रेसिया को लेकर घमासान मचा हुआ है। 975 कान्वाई चालकों में से 48 ने एक्सग्रेसिया नहीं मिलने का विरोध किया है। इसे लेकर 48 कान्वाई चालकों का खेमा ज्ञानसागर प्रसाद के नेतृत्व में तीसरे दिन भी टाटा मोटर्स गेट पर धरना दिया। तो शेष कान्वाई चालकों की मान्यता प्राप्त ऑल इंडिया कान्वाई वर्कर्स यूनियन का प्रतिनिधिमंडल कंपनी गेट पर पहुंचकर ज्ञानसागर के कार्यो का खुलासा किया। उन पर प्रबंधन को ब्लैकमेल करने का आरोप भी लगाया। इसे लेकर चालकों के दोनों खेमे के बीच झड़प होने की नौबत भी आ गई। फिर मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने विवाद को सुलझाने का काम किया। कंपनी गेट पर धरना देने वालों में अमरनाथ चौबे, अजीत कुमार चांडिल, दिनेश पांडेय, उमेश प्रसाद, विवेक कुमार, विरेंद्र पाठक, मो. इश्तियाक, जसपाल, बीके राय, गुरमीत सिंह आदि मौजूद थे।
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टाटा मोटर्स कंपनी गेट पहुंची यूनियन
ऑल इंडिया कान्वाई वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष अमरजीत सिंह बाटे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल कंपनी के मुख्य गेट पर पहुंचकर धरना दे रहे चालकों का विरोध किया। कहा कि ये 48 चालक पुरानी व्यवस्था के तहत काम नहीं करते हैं। न्यूनतम मजदूरी लेने व गाड़ियां बुक होने के साथ ही ट्रांसपोर्टरों से पूरा पैसे ले लेते हैं, ऐसे में इनका एक्सग्रेसिया नहीं बनता है। बीते साल भी इन्हें यह राशि नहीं मिली थी। यूनियन के सहायक सचिव जयनारायण सिंह उर्फ साधु ने कहा कि ज्ञानसागर कंपनी प्रबंधन के साथ-साथ जिला प्रशासन को भी गुमराह करने में लगे हुए हैं। इनका काम कान्वाई क्षेत्र में अशांति फैलाना है। यूनियन की ओर से डीसी को पत्र लिखकर ज्ञानसागर एंड टीम पर कार्रवाई करने की मांग भी की गई है।
कंपनी प्रबंधन पर लगाया आरोप
ज्ञानसागर प्रसाद के नेतृत्व में कंपनी गेट पर धरना दे रहे चालकों का कहना था कि कंपनी एक है और व्यवस्था दो। जहां 927 चालकों को एक्सग्रेसिया मिल गई वहीं शेष 48 को इससे वंचित किया गया। ज्ञानसागर प्रसाद ने कहा कि वे अपनी मांग को लेकर आगे भी आंदोलनरत रहेंगे।