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टाटा मोटर्स के सेहतमंद चालक ही चला सकेंगे चेसिस

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के सूचीबद्ध 975 कान्वाई चालकों में कुछ ऐसे भी है

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Jul 2018 11:00 AM (IST)Updated: Wed, 18 Jul 2018 11:00 AM (IST)
टाटा मोटर्स के सेहतमंद चालक ही चला सकेंगे चेसिस
टाटा मोटर्स के सेहतमंद चालक ही चला सकेंगे चेसिस

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के सूचीबद्ध 975 कान्वाई चालकों में कुछ ऐसे भी हैं जिनकी उम्र सीमा 70 से पार हैं, अस्वस्थ हैं तो काम करने में अक्षम भी हैं फिर भी उनके नाम से गाड़ियों की बुकिंग होती है। ऐसे चालकों के मामले यहां बराबर उठते रहे हैं। यह मामला जिला प्रशासन के भी संज्ञान में है। ऐसे चालकों के संबंध में बीते दिनों अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) की अध्यक्षता वाली एक बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है। उप श्रमायुक्त द्वारा बनाए गए उस रिपोर्ट के मुताबिक उपायुक्त अब कान्वाई चालकों के मेडिकल जांच की कार्रवाई शुरू कराएंगे। उस वार्ता में टीटीसीए (टेल्को ट्रांसपोर्ट कान्वाई एसोसिएशन) द्वारा बताया गया था कि झारखंड हाईकोर्ट ने 2009 में यह आदेश दिया है कि सिविल सर्जन व जिला यातायात पदाधिकारी के संयुक्त पर्यवेक्षण में सभी चालकों के स्वास्थ्य की जांच कराई जाए एवं योग्य चालकों को ही गाड़ी चलाने की अनुमति दी जाए। टीटीसीए द्वारा यह भी मांग किया गया कि कान्वाई चालकों के च्वाइस बुकिंग बंद करके उन्हें जहां की भी गाड़ी दी जाती है वहां उन्हें जाने की बाध्यता बनाए जाए। इस मांग पर अपर जिला दंडाधिकारी के द्वारा यह समाधान दिया गया कि उपायुक्त के समक्ष इस मामले को रखा जाएगा। शॉर्ट डेट की बुकिंग की व्यवस्था जारी रखने के मामले में उप श्रमायुक्त को इस बात की समीक्षा करने को कहा गया कि वर्तमान परिस्थिति में यह व्यवस्था रखी जाय अथवा इसे समाप्त कर दिया जाए। इसकी जांच कर वे अपनी अनुशंसा डीसी को करेंगे।

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कान्वाई नेता ज्ञानसागर की मांग पर हुई पहल

कान्वाई नेता ज्ञानसागर प्रसाद गुट द्वारा किए गए शिकायतों को लेकर उपायुक्त ने डीएलसी व एसडीओ को कई पत्र जारी किए थे। उक्त पत्रों में उनके द्वारा कई प्रकार की शिकायतें उठाई गई थी। उप श्रमायुक्त ने ज्ञानसागर प्रसाद को अपनी सभी प्रकार की शिकायतों को समेकित कर उसे प्रस्तुत करने को कहा था। जिसके आलोक में ज्ञानसागर ने अपनी सभी मांगों को एक जगह सूचीबद्ध किया। उन्हीं सूचीबद्ध मांगों पर बैठक में एक-एक करके चर्चा की गई एवं उसका समाधान भी किया गया। इसी क्रम में सबसे पहले कान्वाई चालकों को एक अप्रैल-18 से न्यूनतम मजदूरी दर लागू कराने की मांग की गई थी। एडीएम व डीएलसी द्वारा यह तय किया गया कि डीसी द्वारा 9 अगस्त-17 के आदेश में कान्वाई चालकों को 250 किमी चेसिस चलाने के लिए 389 रुपए प्रतिदिन अनुबंधित राशि देने का आदेश दिया गया था। एक अप्रैल-18 से चालकों की मजदूरी सरकार द्वारा बढ़ाए जाने के कारण अब एक अप्रैल-18 के प्रभाव में 401 रुपए प्रतिदिन की दर से अनुबंधित राशि का भुगतान किया जाएगा जो वर्तमान सरकारी न्यूनतम मजदूरी से अधिक हैं। सभी चालकों ने इस पर सहमति दी।

ट्रांसपोर्टरों के अधीन नियोजन को तैयार नहीं चालक

टाटा मोटर्स के कान्वाई चालक ट्रांसपोर्टरों के अधीन नियोजन को तैयार नहीं हैं। टीटीसीए महेश शरण व उनके अधीन ट्रांसपोर्टरों के द्वारा यह परामर्श दिया गया कि कान्वाई चालक ट्रांसपोर्टरों के अधीन नियोजित हो जाए तो उन्हें सभी प्रकार की देय कानूनी सुविधाएं देने को तैयार हैं। इस परामर्श पर ज्ञानसागर गुट ट्रांसपोर्टर के नियोजन में आने को तैयार नहीं हुए। जानकारी हो कि पूर्व में चालकों द्वारा पीएफ आदि की सुविधाएं की मांग की गई थी उस पर उन्हें पहले नियोजित करने की बात कही गई थी। चालकों के ओवरटाइम व नाइट एलाउंस की मांग पर सहमति बनी की इस मामले को श्रम न्यायालय में उठाया जाए।


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