8.33 फीसद से कम बोनस लेने को तैयार नहीं है टाटा कमिंस यूनियन, प्रबंधन वार्ता को राजी नहीं
Bonus in Tata Cummins. टाटा कमिंस कर्मियों के सालाना बोनस पर कंपनी प्रबंधन व यूनियन के बीच अब तक तीन दौर की वार्ता हुई है। लेकिन अबतक कोई नतीजा नहीं निकला है। प्रबंधन ने दो टूक कहा है कंपनी की स्थिति अच्छी नहीं है।
जमशेदपुर, जासं। टाटा कमिंस कर्मियों के सालाना बोनस पर कंपनी प्रबंधन व यूनियन के बीच अब तक तीन दौर की वार्ता हुई है। प्रबंधन ने दो टूक कहा है कंपनी की स्थिति अच्छी नहीं है। इसलिए 8.33 फीसद से अधिक बोनस देने में असमर्थ है। वहीं कमेटी के सदस्य किसी हाल में 8.33 फीसद बोनस लेने को तैयार नहीं है।
उधर, प्रबंधन का कहना है कि आगे अब कोई वार्ता नहीं होगी। अगर यूनियन को यह प्रस्ताव मंजूर है तो बोनस समझौता कर ले। यह जानकारी टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन की कमेटी मीटिंग में स्टीयरिंग कमेटी के सदस्यों ने दी। प्रबंधन के रुख को बताते हुए स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य एहसान अहमद सिराजी ने कमेटी मेंबरों से क्या करने पर सुझाव मांगा।
कमेटी मेंबरों ने कही ये बात
कमेटी मेंबरों ने दो टूक कहा कि कंपनी को 66 करोड़ से अधिक का मुनाफा हुआ है। अगर - नो लॉस नो प्रॉफिट की बात होती तो इस मुद्दे पर विचार किया जा सकता था। उत्पादन भी भले ही एओपी का 60 फीसद से अधिक नहीं हुआ है लेकिन इसके करीब हुआ है। मुनाफा पर 3.83फीसद, उत्पादन पर 60 फीसद के स्लैब के आधार पर 6.5 फीसद व गुणवत्ता पर 1.5 फीसद को मिलाकर 11.83 फीसद बनता है। स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य 12 से 13 फीसद बोनस के लिए प्रबंधन को समझाए। इससे कम बोनस नहीं होना चाहिए। बैठक में 14 स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य शामिल हुए।